राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि देश में हिन्दुओं या मुसलमानों का नहीं बल्कि केवल भारतीयों का ही वर्चस्व हो सकता है। उन्होंने जोर दिया कि सभी भारतीयों का डीएनए एक ही है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का “हिन्दुस्तानी प्रथम, हिन्दुस्तान प्रथम” विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम मोहन भागवत ने कहा कि लोगों को पूजा पद्धति के आधार पर अलग नहीं किया जा सकता।
हिन्दू-मुसलमान एकता हमारा तो विचार ऐसा है कि ये शब्द ही बड़ा भ्रामक है। ये दो हैं ही नहीं। एकता के भाव क्या हैं। इनको जो़ड़ना क्या है, ये जुड़े हुए हैं। ये जुड़े हुए हैं और ये जब मानने लगते कि हम जुड़े हुए नहीं हैं, तब दोनों संकट में पड़ जायेंगे। बात यही हुई है। हमलोग अलग नहीं हैं, क्योंकि हमारे देश में ये परंपरा नहीं है कि आपकी पूजा अलग है इसलिए आप अलग हैं।
मोहन भागवत ने हत्या करने वाली भीड में शामिल लोगों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह हिन्दुत्व के विरूद्ध हैं।