संसद ने कृषि क्षेत्र के उत्थान और किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से आज दो विधेयक पारित कर दिए। कृषि उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण) विधेयक, 2020 और कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक, 2020 को लोकसभा ने आज (17 सितंबर, 2020) को पारित कर दिया था जबकि राज्य सभा ने आज इस विधेयक को पारित कर दिया। यह विधेयक 5 जून, 2020 को आए अध्यादेश को कानून में बदलने के लिए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास एवं…
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17 सितंबर, 2020 तक प्रायद्वीपीय भारत में बारिश संबंधी गतिविधयों में वृद्धि हो सकती है
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केन्द्र/ क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केन्द्र, नई दिल्ली के अनुसार : उत्तरी आंध्र प्रदेश तट से दूर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इसके अगले 2-3 दिनों के दौरान तेलंगाना में मध्य भारत की ओर और पश्चिम-उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है। मॉनसून गर्त अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में स्थित है। दक्षिण गुजरात तट से उत्तर कर्नाटक तट तक एक अपतटीय कम दवाब का क्षेत्र बन रहा है। उपरोक्त निम्न दबाव क्षेत्र के प्रभाव में, पिछले…
Read Moreएपीडा ने कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के हित में आपसी गतिविधियों के समन्वय के लिए एएफसी इंडिया लिमिटेड और भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए
इसका उद्देश्य कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के हित में आपसी गतिविधियों में तालमेल बनाना है, ताकि पारस्परिक रूप से काम करने में विशेषज्ञता का उपयोग हो और हितधारकों को बेहतर मूल्य मिल सके। एपीडा, हितधारकों के क्षमता-निर्माण के लिए विभिन्न क्षेत्रों के पेशेवर और विशिष्ट विशेषज्ञता वाले संगठनों और संस्थानों के साथ तालमेल के लिए सहयोगी दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और कृषि तथा इसके निर्यात को बढ़ाने के लिए समाधान प्रदान कर रहा है। यह भारत सरकार द्वारा घोषित कृषि निर्यात नीति के उद्देश्यों के अनुरूप है। कृषि निर्यात…
Read Moreनेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एनएफएल) की विजयपुर इकाई जैविक अपशिष्ट से खाद का उत्पादन करेगी
नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एनएफएल), उर्वरक विभाग के तहत एक सार्वजनिक उपक्रम, विजयपुर (मध्य प्रदेश) में एक कार्बनिक अपशिष्ट परिवर्तक (ओडब्ल्यूसी) संयंत्र स्थापित करने जा रहा है। इस इकाई में एकत्र किए जाने वाले जैविक अपशिष्ट को ओडब्ल्यूसी में ले जाया जाएगा जहां इसे कई भागों में अलग किया जाएगा। उपयोगी खाद के रूप में इसे तैयार करने में लगभग 10 दिन लगेंगे। ’स्वच्छ भारत’ पहल के तहत, इस परियोजना का उद्देश्य बागवानी अपशिष्ट सहित टाउनशिप में उत्पन्न जैविक अपशिष्ट के लगभग 2000 किलोग्राम का प्रति दिन पुनर्चक्रण करना और इसे उपयोगी खाद में बदलना…
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