केंद्रीय मंत्री आर. के. सिंह ने डेनमार्क के जलवायु, ऊर्जा व उपयोगिता मंत्री डैन जोर्गेन्सन से मुलाकात की

केंद्रीय मंत्री आर. के. सिंह ने डेनमार्क के जलवायु, ऊर्जा व उपयोगिता मंत्री डैन जोर्गेन्सन से मुलाकात की

केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह ने डेनमार्क के जलवायु, ऊर्जा व उपयोगिता मंत्री डैन जोर्गेन्सन से आज यहां मुलाकात की। इस बैठक में भारत की ओर से, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री भगवंत खुबा, एमएनआरई के सचिव इंदु शेखर चतुर्वेदी व विद्युत मंत्रालय तथा एमएनआरई के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। वहीं डेनमार्क के मंत्री के साथ अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी था।

आर. के. सिंह ने डेनिश पक्ष के सामने इस बात को रेखांकित किया कि हरित की ओर ऊर्जा परिवर्तन भारत की नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री ने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में 2030 तक 450 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य रखा है। आर. के. सिंह ने कहा कि पहले से ही हमारा पूरा नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो 146 गीगावाट का है। उन्होंने कहा कि भारत जी20 का एकमात्र देश है, जिसकी कार्रवाई तापमान में वैश्विक बढ़ोतरी के संबंध में पेरिस जलवायु समझौते के अनुरूप है। हरित ऊर्जा की संभावनाओं पर चर्चा करते हुए आर. के. सिंह ने कहा कि भारत लद्दाख और अंडमान निकोबार व लक्षद्वीप जैसे द्वीपसमूहों को परिवहन सहित ऊर्जा की दृष्टि से हरित बनाने पर विचार कर रहा है।

हरित रणनीतिक साझेदारी के हिस्से के रूप में दोनों मंत्रियों ने संयुक्त रूप से ‘अपतटीय पवन पर उत्कृष्टता केंद्र’ को शुरू किया। यह केंद्र शुरू में चार कार्य समूहों – क) स्थानिक योजना, बी) वित्तीय ढांचे की शर्तें, ग) आपूर्ति श्रृंखला अवसंरचना, और डी) मानक तथा परीक्षण के आसपास केंद्रित होगा। प्रारंभिक चरणों में, उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) अपतटीय पवन क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करेगा। मध्यम से लंबी अवधि में, सोच यह है कि केंद्र, अंतर्राष्‍ट्रीय सरकारों व कंपनियों के एक व्यापक समूहों को शामिल करने, अपतटीय पवन पर अनुभवों व सर्वोत्तम अभ्यासों को अपनाने और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा के लिए व्यापक जुड़ावों के साथ तथा अपतटीय पवन के लिए एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र बनने के लिए विस्तार करेगा।

इस बैठक में दोनों पक्ष अपतटीय पवन ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करते हुए नवीकरणीय ऊर्जा में अपने सहयोग को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। दोनों देशों के बीच “अपतटीय पवन ऊर्जा पर ध्यान देने के साथ नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में रणनीतिक क्षेत्र सहयोग” पर पहले से ही एक समझौता है। डेनमार्क के मंत्री ने आर. के. सिंह को अपतटीय पवन ऊर्जा में डेनमार्क के काम को प्रत्यक्ष रूप से देखने के लिए डेनमार्क आमंत्रित किया।

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