अखिल भारतीय मौसम पूर्वानुमान

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भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केन्द्र/ क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केन्द्र, नई दिल्ली के अनुसार : उत्तरी तटीय ओडिशा और इसके पड़ोस में एक बेहद कम दबाव क्षेत्र बन रहा है। इसके अगले 24 घंटे के दौरान पश्चिम की ओर बढ़ने और डिप्रेशन में परिवतर्तित होने की संभावना है। ट्रोपोस्फेरिक स्तरों पर लगभग 18 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश के साथ एक पूर्व-पश्चिम शीयर जोन पूरे मध्य भारत में अपटतीय गर्त बना रहा है। उपरोक्त मौसम संबंधी परिस्थितियों के प्रभाव में, 19 अगस्त को ओडिशा, 19 और 20 अगस्त को छत्तीसगढ़, 20 अगस्त को…

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पिछले साल से ज्‍यादा क्षेत्रों में हुई ग्रीष्मकालीन फसलों की बुवाई, लॉकडाउन के बावजूद खरीद में भी वृद्धि

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चावल: पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 25.29 लाख हेक्टेयर की तुलना में इस बार ग्रीष्मकालीन चावल के अंतर्गत लगभग 34.87 लाख हेक्टेयर क्षेत्र कवर किया गया। दलहन : पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 9.67 लाख हेक्टेयर की तुलना में दलहन के अंतर्गत इस बार लगभग 12.82 लाख हेक्टेयर क्षेत्र कवर किया गया। मोटा अनाज : पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 7.30 लाख हेक्टेयर की तुलना में मोटे अनाज के अंतर्गत इस बार लगभग 10.28 लाख हेक्टेयर क्षेत्र कवर किया गया। तिलहन : पिछले वर्ष की इसी अवधि के…

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गेहूं में वैकल्पिक बौना जीन चावल की फसल के अवशेषों को जलाने की समस्या दूर कर सकता है

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भारत में किसानों द्वारा सालाना बचे हुए चावल के लगभग 23 मिलियन टन अवशेषों को जला दिया जाता है जिससे कि उन्हें पुआल से छुटकारा मिले और अगली फसल जोकि गेहूं होती है, उसे बोने के लिए वे अपने खेतों को तैयार कर सकें। इसके परिणामस्वरूप वायु प्रदूषण पैदा होता है। इसके परिणामस्वरूप वायु प्रदूषण पैदा होता है। इसके अतिरिक्त, शुष्क वातावरण लघु कोलियोपटाइल के साथ गेहूं की किस्मों के अंकुरण के लिए एक चुनौती भी पैदा करता है। इन समस्याओं को दूर करने के लिए विभाग एवं प्रौद्योगिकी विभाग…

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2019-20 के लिए खाद्यान्न, तिलहन और अन्य वाणिज्यिक फसलों के उत्पादन का तीसरा अग्रिम अनुमान

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कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्‍याण विभाग द्वारा 2019-20 के लिए मुख्‍य फसलों के उत्‍पादन के तीसरे अग्रिम अनुमान 15 मई, 2020 को जारी कर दिए गए हैं।  देश में मानसून मौसम (जून से सितंबर, 2019) के दौरान कुल वर्षा दीर्घावधि औसत (एलपीए) से 10 प्रतिशत अधिक रही है। तदनुसार, कृषि वर्ष 2019-20 के लिए अधिकांश फसलों का उत्‍पादन उनके सामान्‍य उत्‍पादन से अधिक होने का अनुमान है। ये अनुमान समय के साथ बहने वाली अधिक सटीक जानकारी के अनुसार संशोधन के अधीन हैं। तीसरे अग्रिम अनुमानों के अनुसार, 2019-20 के दौरान मुख्‍य फसलों के अनुमानित उत्‍पादन इस प्रकार है: खाद्यान्‍न – 295.67 मिलियन टन (रिकार्ड) चावल – 117.94 मिलियन…

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