नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कोरोना वायरस को लेकर 15 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने 15 जून को लद्दाख में चीन के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने कहा, जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। देश की संप्रभुता सर्वोच्च है। देश की सुरक्षा करने से हमें कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा, हमारे वीर जवान लद्दाख में मारते मारते शहीद हुए हैं। भारत कभी अपनी अखंडता से समझौता नहीं करेगा। भारत शांति चाहता है लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम है।
देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मैं शहीदों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं, जवानों और उनके परिवार को भरोसा दिलाता हूं कि देश आपके साथ है, स्थिति कुछ भी हो देश आपके साथ है। भारत अपने स्वाभिमान और हर एक इंच जमीन की रक्षा करेगा।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एलएसी पर भारतीय जवानों की शहादत पर कहा, “हम कभी किसी को भी उकसाते नहीं हैं, लेकिन हम अपने देश की अखंडता और संप्रभुता के साथ समझौता भी नहीं करते हैं। जब भी समय आया है, हमने देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, अपनी क्षमताओं को साबित किया है।’
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प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम है। देश को इस बात का गर्व होगा कि हमारे शहीद वीर जवान मारते-मारते मरे हैं।
भारतीय सेना ने मंगलवार रात को बयान जारी कर कहा कि संघर्ष वाली जगह पर बुरी तरह घायल होने और शून्य से नीचे के तापमान की वजह से 17 घायल जवान शहीद हो गए, जिससे अब तक संघर्ष में शहीद होने वाले कुल जवानों की संख्या 20 हो गई है। इसके अलावा झड़प में घायल हुए चार सैनिक गंभीर हैं और उनका इलाज चल रहा है।
पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन की सीमा पर उत्पन्न मौजूदा हालात पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में स्थिति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को शाम 5 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई है। विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्ष इस बैठक में शामिल होंगे।’
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात को भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में चीन के कमांडिंग अफसर को भी ढेर कर दिया गया। वहीं, न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक बार फिर से बताया है कि इस घटना में 40 से ज्यादा चीनी सैनिक मारे गए हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सू्त्रों के हवाले से बताया कि जो सैनिक टकराव का हिस्सा थे, उन्होंने चीन के हताहत हुए सैनिकों की संख्या के बारे में बताया है। हालांकि, सही संख्या कितनी है, यह तो सामने नहीं आया है लेकिन 40 से अधिक चीनी सैनिक झड़प में मारे गए हैं।