गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में में कई विकास परियोजनाओं का उदघाटन किया

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार लोगों का जीवन आसान बनाने के लिए 44 योजनाएं संचालित कर रही है और उत्‍तर प्रदेश इन योजनाओं को लागू करने में सबसे आगे है। लखनउ में अमित शाह ने कहा कि उत्‍तर प्रदेश में योगी आदत्यिनाथ सरकार ने इन योजनाओं को लागू करने के लिए महत्‍वपूर्ण प्रयास किए हैं।

मैं आज जब यहां आया हूं तब कह सकता हूं कि आज विकास की 44 योजनाओं में देश में सबसे आगे उत्‍तर प्रदेश है, उत्‍तर प्रदेश। मैं 44 योजनाओं को गिनाना नहीं चाहता। योजनाएं बनाना बड़ा सरल होता है। मगर योजनाओं को भूमि पर उतारना, योजनाओं का लाभार्थी तक पहुंचना, इसमें से बिचौलियों को खत्‍म कर देना और लाभार्थी को बिना कोई कष्‍ट, बिना कोई रिश्‍वत ये योजना का लाभ मिले ऐसा तंत्र बनाना बहुत कठिन होता है। योगी जी और उनकी टीम ने पूरे देश के अंदर 44 योजनाओं में सर्वप्रथम स्‍थान प्राप्‍त किया है, ये हम सबके लिए गौरव की बात है।

गृहमंत्री ने आज लखनऊ में उत्तर प्रदेश विधिविज्ञान संस्थान की आधारशिला रखी। अमित शाह ने कहा कि इस संस्‍थान से अनेक विद्यार्थियों को लाभ होगा।

यहां लगभग डेढ सौ छात्र शुरूआत में हर साल ग्रेजुएट होकर बाहर निकलेंगे और साढे तीन सौ से ज्‍यादा फैक्‍लटी भी होंगे। एक प्रकार से फोरेंसिक साइंस के क्षेत्र के अंदर शोध, अनुसंधान और उसका प्रैक्टिकल एप्‍लीकेशन ये तीनों को समाहित करने वाला इंस्‍टीटयूट बनेगा। यहां पर फोरेंसिक विज्ञान, बिहेव्यिर साइंस, सिविल एंड क्रिमिनल लॉ का एक रिसोर्स सेंटर भी अपने आप में बनकर पूरे उत्‍तर क्षेत्र के सभी प्रदेशों को मदद करने का काम करेगा।

अमित शाह ने कहा कि यह संस्‍थान अपराधियों को सजा दिलाने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

दोष सिद्धि का प्रमाण हमारे देश में बहुत नीचा है। इजरायल जैसे देश इसको नब्‍बे प्रतिशत तक ले गए। कई देश ऐसे अस्‍सी प्रतिशत, सत्‍तर प्रतिशत जो कानून के शिकंजे में आते हैं, उनका दोष सिद्ध कर पाते हैं, मगर भारत इसमें पीछे है। इसका मुख्‍य कारण प्रोफेशनल शिक्षा का अभाव और फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी वैज्ञानिक आधारों पर गुनहगारों को दोष सिद्धि में न्‍यायपालिका को मदद करेगी और मु्झे विश्‍वास है इससे सज़ा दिलाने का दर तो केवल बढ़ेगा ही जब सजा देंगे और रिपिटेशन नहीं होगा गुनाह का तब गुनाह का दर भी अपने आप नीचे जाएगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य के मंत्री उपस्थित थे। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि राज्‍य सरकार कानून व्‍यवस्‍था बनाये रखने पर पूरा ध्‍यान दे रही है।

उत्‍तर प्रदेश में विगत चार सवा चार वर्ष के अंदर जो परिवर्तन देखने को मिला है, वह परिवर्तन किसी से छुपा हुआ नहीं है और उसी परिवर्तन की अगली कड़ी में न केवल कानून व्‍यवस्‍था को बनाए रखना बल्कि अपराधों को रोकने, अपराध करने वालों को सजा दिलाने और आधुनिक, वैज्ञानिक तकनीक का उपयोग करते हुए उच्‍च कोटि के प्रशिक्षित वैज्ञानिकों की उपलब्‍धता भी सुनिश्चित हो सके, इस दृष्टि से उत्‍तर प्रदेश पुलिस अब नए सिरे से कार्य करती हुई दिखाई दे रही है।

गृहमंत्री ने कहा कि 2024 से पहले देश के आधे राज्यों में फॉरेंसिक विज्ञान केंद्र शुरू कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के हर जिले में फॉरेंसिक विज्ञान मोबाइल सेंटर स्थापित किया जाएगा।

उत्तरप्रदेश के विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि ये लोग तभी बाहर आते हैं जब चुनाव नजदीक होते हैं। उन्होंने कहा कि ये लोगों के दुख-दर्द की परवाह नहीं करते। उन्होंने सवाल उठाया कि कोविड -19, बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के समय विपक्षी नेता कहाँ छिपे थे।

अमित शाह ने विश्वास व्यक्त किया कि भाजपा विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद सत्ता में वापस आएगी।

गृहमंत्री लखनऊ के बाद मिर्जापुर में जायेंगे जहां वे मां विंध्यवासिनी देवी मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे और भूमि पूजन भी करेंगे। इसके बाद वे मां विंध्यवासिनी कॉरिडोर परियोजना की आधारशिला रखेंगे।

अमित शाह कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे और लोकार्पण करेंगे। वे लंबे समय से प्रतीक्षित नवनिर्मित रोप वे का भी उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वे मिर्जापुर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे और वाराणसी के लिए रवाना होंगे, वे वहीं से दिल्ली रवाना होंगे।

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