डीएसटी ने नवाचार, उद्यमिता और इन्क्यूबेशन को समर्थनदेने पर आधारित रिपोर्ट जारी की

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विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिवप्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने नवाचार, उद्यमिता, और इन्क्यूबेशन में सहयोग देने के लिए राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी उद्यमिता विकास बोर्ड (एनएसटीईडीबी) की यात्रा पर एक रिपोर्ट, ऑनलाइन कार्यक्रम में जारी की।

डीएसटी के सचिव प्रोफेसर शर्मा ने रिपोर्ट लॉन्च करते हुए कहा, “राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी उद्यमिता विकास बोर्ड (एनएसटीईडीबी) के माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने इनक्यूबेटरों के नेटवर्क के जरिये स्टार्टअप पारितंत्र को बढ़ावा देने और पोषण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। परिणाम की दृष्टि से पिछले पांच वर्षों महत्वपूर्ण रहे हैं, जैसा रिपोर्ट से भी स्पष्ट है।”

एनएसटीईडीबीकी प्रमुख डॉ. अनीता गुप्ताने कहा, “एनएसटीईडीबी औरडीएसटी द्वारा पिछले 5 वर्षों के दौरान नवाचार-संचालित उद्यमशीलता और उच्च शिक्षण संस्थानों में इन्क्यूबेशन गतिविधि के समर्थन के लिए किये गए प्रयास महत्वपूर्ण रहे हैं और इनकी गति और पैमाने में भी वृद्धि हुई है।”

एनएसटीईडीबीद्वारा शुरू किए गए नेशनल इनिशिएटिव फॉर डेवलपिंग एंड हारनेसिंग इनोवेशन (निधि) ने स्टार्टअप इंडिया और स्टैंडअप इंडिया जैसे कार्यक्रमों से समन्वय किया है और इनक्यूबेटर के मार्गदर्शन में नवाचार मूल्य श्रंखला को सक्रिय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसने पिछले 5 वर्षों में देश में अकादमिक नेतृत्व वाले नवाचार और स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस कार्य में प्रौद्योगिकी व्यवसाय इन्क्यूबेटरों के नेटवर्क की स्थापना, नवाचारों की खोज, प्रोटोटाइप के लिए विचारों का समर्थन करना, इनोवेटर्स को स्टार्टअप्स के रूप में सक्षम करना, इनक्यूबेटेड स्टार्टअप्स को समय पर सीड फंडिंग का प्रावधानऔरस्टार्ट-अप को मार्गदर्शन, साझेदारी तथा नेटवर्क के माध्यम से समर्थन देना आदि शामिल थे।

ये प्रयास देश के सभी भौगोलिक क्षेत्रों में किए गए हैं। इसके अलावा, डीएसटी द्वारा सृजित 153 इनक्यूबेटरों के नेटवर्क के माध्यम से इन्क्यूबेशन के तहत 3,681 स्टार्टअप का पोषण किया गया है तथा 1992 बौद्धिक संपदाओं का भी सृजन हुआ है। इसके अलावा, इम्पैक्ट रिपोर्ट की प्रमुख बातों में शामिल हैं – पिछले पांच वर्षों में, 61,138 प्रत्यक्ष रोजगार का सृजन (संचयी)हुआ है और 27,262 करोड़ रुपये की आर्थिक संपदा का निर्माण हुआ है। डीएसटी के समग्र प्रयासों ने पूरे देश में नवाचार और उद्यमशीलता की भावना को प्रज्वलित किया है। डीएसटी ने पुरस्कार प्राप्त तथा इस पारितंत्र के माध्यम से पोषित स्टार्टअप को वैश्विक पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।

इस रिपोर्ट में सीड फंडिंग प्राप्त स्टार्टअप द्वारा एंजेल, वेंचर कैपिटल व अन्य हितधारकों के वित्तपोषण में हुई पांच गुनी वृद्धि का भी उल्लेख किया गया है।कुल मिलाकर, एनएसटीईडीबी ने उच्च शिक्षा संस्थानों की तकनीकी ताकत का लाभ शैक्षणिक इनक्यूबेटरों के नेटवर्क के माध्यम से स्टार्टअप्स तकपहुँचाया है। एनएसटीईडीबी ने इन इनक्यूबेटर की सीड फंडिंग की है और इनका समर्थन किया है,जिसके कारण इन स्टार्टअप को सफलता मिली है।

निधिकार्यक्रम,डीएसटी इनक्यूबेटर नेटवर्क और उसके स्टार्टअप की सामूहिक शक्ति की परीक्षा कोविड -19 संकट के दौरान हुई। संकट से निपटने के लिए सेंटर फॉर औगमेंटइंग वॉर विथ हेल्थ क्राइसिस (कवच) कार्यक्रम के माध्यम सेविभिन्न समाधानों का समर्थन किया गया था।

रिपोर्ट को डीएसटी समर्थित इनक्यूबेटर समुदाय और एनएसटीईडीबीटीम की उपस्थिति में लॉन्च किया गया।

PIB

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