AFMS और IIT कानपुर दुर्गम इलाकों में सैनिकों के सामने आने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने हेतु प्रौद्योगिकियों के विकास में सहयोग करेंगे

AFMS और IIT कानपुर दुर्गम इलाकों में सैनिकों के सामने आने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने हेतु प्रौद्योगिकियों के विकास में सहयोग करेंगे

सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा (एएफएमएस) ने 18 अप्रैल 2024 को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के साथ सहयोगात्मक अनुसंधान और प्रशिक्षण के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौता ज्ञापन पर सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह एवं आईआईटी कानपुर के कार्यवाहक निदेशक प्रोफेसर एस. गणेश ने हस्ताक्षर किए। इस समझौता ज्ञापन के तहत, एएफएमएस और आईआईटी कानपुर आपस में मिलकर दुर्गम इलाकों में सैनिकों के सामने आने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के लिए अनुसंधान करेंगे और नई तकनीक विकसित करेंगे।

आईआईटी कानपुर आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज में स्थापित आर्म्ड फोर्सेज सेंटर फॉर कम्प्यूटेशनल मेडिसिन, जोकि देश के मेडिकल कॉलेजों में अपनी तरह का पहला केन्द्र है, के लिए एआई डायग्नोस्टिक मॉडल विकसित करने हेतु तकनीकी विशेषज्ञता भी प्रदान करेगा। इस समझौता ज्ञापन के तहत संकायों के आदान-प्रदान, संयुक्त शैक्षणिक गतिविधियां और प्रशिक्षण मॉड्यूल के विकास की भी योजनाएं बनाई जायेंगी।

इस अवसर पर, लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह ने बताया कि एएफएमएस सैनिकों को उच्चतम स्तर की चिकित्सीय देखभाल प्रदान करने के प्रति समर्पित है और आईआईटी जैसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों के साथ सहयोग इस प्रतिबद्धता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रोफेसर एस. गणेश ने स्वास्थ्य संबंधी देखभाल में कम्प्यूटेशनल मेडिसिन और एआई जैसी उन्नत प्रौद्योगिकियों के अंतर-पेशेवर सहयोग एवं उपयोग की आवश्यकता पर जोर दिया।

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