लोकसभा की कार्यवाही विपक्षी सदस्यों के हंगामें के कारण दो बजे तक स्थगित कर दी गई। सदन की बैठक शुरू होने पर शोरगुल शुरू हो गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकसभा में नये मंत्रियों का परिचय कराना चाहते थे। इस बीच, विपक्षी सदस्य सदन के बीचोंबीच आ गये और किसानों से संबंधित कानूनों को रद्द करने की मांग और तेल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर नारेबाजी करने लगे। सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री द्वारा मंत्रिपरिषद के नये सदस्यों का परिचय कराने की परंपरा रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने सोचा था कि संसद में महिलाओं, दलित और जनजातीय समुदाय के मंत्रियों के बनने से उत्साह का माहौल होगा। श्री मोदी ने कहा कि इस बार अन्य पिछड़ा वर्ग और किसान समुदाय के कई लोगों को मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्षी सदस्यों के अनुचित व्यवहार पर आपत्ति व्यक्त की। श्री सिंह ने प्रधानमंत्री के नये मंत्रियों का परिचय कराने के समय विपक्षी सदस्यों के हंगामें को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
बाद में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी। इससे पहले लोकसभा ने पिछले सत्र के बाद दिवंगत हुए अपने 40 पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित की।