रामायण में भारतीय परम्‍परा के मूल्‍यों और संस्‍कृति का समावेश है और ये विश्‍व के लिए हमेशा प्रासांगिक रहेंगे: राष्‍ट्रपति

रामायण में भारतीय परम्‍परा के मूल्‍यों और संस्‍कृति का समावेश है और ये विश्‍व के लिए हमेशा प्रासांगिक रहेंगे: राष्‍ट्रपति

राष्‍ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि रामायण में भारतीय परम्‍परा के मूल्‍यों और संस्‍कृति का समावेश है और ये विश्‍व के लिए हमेशा प्रासांगिक रहेंगे। उन्‍होंने कहा कि राम का संबंध सबसे है और सभी में राम हैं। वे अयोध्‍या में रामायण सम्‍मेलन के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे।

राष्‍ट्रपति ने कहा कि अयोध्‍या और रामायण अन्‍य देशों के साथ हमारे संबंधों को सांस्‍कृतिक शक्ति भी प्रदान करते हैं।

राष्‍ट्रपति ने कहा कि कोरोना काल में हमारी प्राचीन प्रार्थना प्रासांगिक बनी हुई है, जिसमें सभी के समृद्ध और रोगमुक्‍त होने की कामना की जाती है। इस अवसर पर राज्‍यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि राज्‍य सरकार द्वारा अयोध्‍या का विकास किया जा रहा है जिससे पूरे विश्‍व के पर्यटक यहां आने के लिए आकर्षित होंगे।

राष्‍ट्रपति, उत्‍तर प्रदेश के चार दिन के दौरे पर हैं और दौरे के अंतिम दिन आज दोपहर वे एक विशेष रेलगाड़ी से अयोध्‍या पहुंचे। हमारे संवाददाता ने बताया कि राष्‍ट्रपति ने रामायण सम्‍मेलन का उद्धाटन करने के साथ-साथ अयोध्‍या में पर्यटन से जुड़ी कई विकास परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया।

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