साइबर सुरक्षा के बारे में जी-20 सम्मेलन आज हरियाणा के गुरुग्राम में संपन्न हुआ। सम्मेलन का उद्देश्य एन.एफ.टी., आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मैटावर्स जैसी नई तकनीकों के युग में साइबर अपराध और सुरक्षा की चुनौतियों का समाधान निकालना था। सम्मेलन के समापन सत्र में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि साइबर हमले, हर स्तर पर गंभीर और जटिल चुनौतियां उत्पन्न कर रहे है। उन्होंने कहा कि साइबर जागरूकता बढ़ाने तथा लोगों, संगठनों और समाज की रक्षा के लिए मजबूत नियम और डिजिटल अवसंरचना बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए।
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि देश में हर व्यक्ति तक इंटरनेट की सुविधा सुलभ कराने के प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि भारत नेट कार्यक्रम के अंतर्गत ऑप्टिकल फाइबर का जाल बिछाने के लिए अरबो डॉलर खर्च किए है तथा, और अधिक खर्च किए जाएंगे।
सम्मेलन में जी-20 देशों, आमंत्रित देशों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों और अन्य प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने इंटरनेट गर्वनेंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डार्कनेट और क्रिप्टो करेंसी की चुनौतियों सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा की।