वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं से ग्राहकों द्वारा उत्तराधिकारियों को नामित किया जाना सुनिश्चित करने को कहा है, जिससे दावारहित धनराशि की समस्या कम की जा सके। आज मुंबई में वैश्विक वित्तीय प्रौद्योगिकी मेले को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि वित्तीय प्रणाली समावेशी, समायोजी और सतत होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी एक साझा साधन है जो विश्वसनीय वित्तीय व्यवस्था स्थापित करने में मदद कर सकती है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सीमा पार से खतरे, साइबर हमले, किप्टो आशंका, नशीली दवाओं और मादक पदार्थ माफिया तथा कर चोरी जैसी समस्याओं से निपटने के लिए सरकार एक विश्वसनीय वित्तीय प्रणाली स्थापित करने का प्रयास कर रही है। उन्होनें कहा कि प्रौद्योगिकी का उपयोग इन समस्याओं के समाधान के लिए किया जाना चाहिए। निर्मला सीतारमण ने कहा कि वर्तमान में विश्व अनेक चुनौतियों का सामना कर रहा है और इनके समाधान के लिए वैश्विक सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है।
तीन दिन के ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में विश्वभर से आए प्रतिनिधि प्रमुख मुद्दों और व्यवसाय मॉडल पर विचार-विमर्श करेंगें। सम्मेलन का उद्देश्य नवाचारी प्रौद्योगिकी, विख्यात शिक्षाविदो के विचार और विभिन्न स्टार्ट-अप कार्यक्रमों को सामने लाना है।