भारी भूस्खलन से तबाह हुए वायनाड में सेना के नेतृत्व में तलाशी अभियान जारी

भारी भूस्खलन से तबाह हुए वायनाड में सेना के नेतृत्व में तलाशी अभियान जारी

पिछले मंगलवार को हुए भारी भूस्खलन से तबाह हुए वायनाड में सेना के नेतृत्व में तलाशी अभियान जारी है। भूस्खलन में 300 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई है। मलप्पुरम जिले में चालियार नदी के निचले हिस्से से और अधिक शव बरामद किए जा रहे हैं।

भूस्‍खलन से प्रभावित इलाकों में बचाओं दल आज छठें दिन भी और शवों तलाश में लगे हुए हैं। मल्‍लापुरम की छलियार नंदी में शवों की तलाश के काम में तेजी लाई गई है। छलियार नदी से अब तक 156 शव मिले हैं।

राज्‍य के स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने भूस्‍खलन में बचे बच्‍चों की काउंसलिंग और सहायता शुरू की है। इस काम के लिए 137 काउंसलर लगाए गए हैं। विभाग ने मुंदक्‍कई और चुना लाल इलाकों में क्‍लिनिक भी खोले हैं। इस बीच, पर्यटन, पेट्रॉलियम और प्राकृतिक गैस राज्‍यमंत्री सुरेश गोपी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए आज सुबह वायनाड में भूस्‍खलन प्रभावित इलाको का दौरा किया।

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने मीडिया से अपील की है कि वे वायनाड भूस्खलन की त्रासदी से बचाए गए बच्‍चों से किसी भी प्रकार की जानकारी ना लें। एक सोशल मीडिया पोस्‍ट में उन्‍होंने कहा कि ऐसे बच्‍चों से उनके दर्दनाक अनुभवों के बारे में बार-बार बातचीत करने से उनकी मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड सकता है। उन्‍होंने यह भी कहा कि ऐसे बच्‍चों से उनके बिछडे परिजनों, करीबी लोगों, दोस्‍तों और उनके क्षतिग्रस्‍त हुए स्‍कूलों के बारे में पूछने से मीडिया को बचना चाहिए। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने यह भी कहा कि बच्‍चों की पहचान उनके अभिभावक या माता पिता की अनुमति से ही उजागर होनी चाहिए।

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