आतंकवादी गतिविधियों को धन उपलब्ध कराने पर निगरानी रखने वाली वैश्विक संस्था एफएटीएफ के हिंद प्रशांत समूह ने पाकिस्तान का नाम उन देशों की निगरानी सूची में बनाए रखा है, जिनको आतंकी गतिविधियों पर और अंकुश लगाने की जरूरत है। मीडिया की खबरों के अनुसार पाकिस्तान को एशिया प्रशांत समूह को निरंतर जानकारी देते रहना होगा कि वह मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी गतिविधियों को धन देने के खिलाफ क्या उपाय कर रहा है।
जून 2018 में पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में रखा गया था और तभी से पाकिस्तान इस सूची से बाहर आने के प्रयास कर रहा है। एफएटीएफ की एशिया प्रशांत समूह ने पाकिस्तान से संबंधित रिपोर्ट के अनुसार एफएटीएफ ने पाकिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों को धन उपलब्ध कराने पर अंकुश लगाने के लिए 40 सिफारिशें की थीं, जिनमें से 31 पर अभी भी अमल नहीं किया गया है।