केंद्र ने कोविड टीकाकरण और जन-स्‍वास्‍थ्‍य के मुद्दों पर राज्‍यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ समीक्षा बैठक की

केंद्र ने कोविड टीकाकरण और जन-स्‍वास्‍थ्‍य के मुद्दों पर राज्‍यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ समीक्षा बैठक की

केन्‍द्र ने कोविड टीकाकरण और जन स्‍वास्‍थ्‍य के मुद्दों पर राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों के साथ समीक्षा बैठक की। राज्‍यों को स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीके की दूसरी डोज देने पर विशेष तौर पर ध्‍यान देने को कहा गया। राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों के साथ हुई इस उच्‍च स्‍तरीय बैठक की अध्‍यक्षता केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य सचिव राजेश भूषण ने की। बैठक में राष्‍ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर जारी संशोधित दिशानिर्देशों को अमल में लाने को लेकर समीक्षा की गई। राज्‍यों को यह भी बताया गया कि कोविन प्‍लेटफार्म पर कर्इ परिवर्तन किए गए हैं जिसका उद्देश्‍य इसे और प्रभावी बनाना है। राज्‍यों को यह भी बताया गया कि कोविन प्‍लेटफार्म अब 12 भाषाओं में उपलब्‍ध है। राजेश भूषण ने कहा कि स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीके की दूसरी डोज कम लगी है। उन्‍होंने कहा कि यह एक गंभीर चिंता का विषय है। उन्‍होंने कहा कि स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों को लगने वाली पहली डोज का राष्‍ट्रीय औसत 82 प्रतिशत है जबकि दूसरी डोज का औसत सिर्फ 56 प्रतिशत है। राजेश भूषण ने कहा कि पंजाब, महाराष्‍ट्र, हरियाणा, तमिलनाडु, दिल्‍ली और असम सहित 18 राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों का औसत राष्‍ट्रीय औसत से कम है। स्‍वास्‍थ्‍य सचिव ने कहा कि कोविड टीकाकरण अभियान में निजी क्षेत्र की भागीदारी राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों में अपेक्षा से कम देखने को मिली है। नए दिशानिर्देशों के अनुसार 25 प्रतिशत टीके न‍िजी अस्‍पतालों को दिए जाएंगे।

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