उत्तरी बंगाल की खाड़ी और आसपास के भागों पर 11 जून तक एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना

उत्तरी बंगाल की खाड़ी और आसपास के भागों पर 11 जून तक एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है। इसके प्रभाव से 11 जून के बाद अगले दो दिनों के दौरान ओडिसा, पश्चिम बंगाल और झारखंड के अधिकांश के अधिकांश हिस्सों तथा बिहार के कुछ भागों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना है।

बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भागों और आसपास के हिस्सों पर संभावित निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण विभिन्न राज्यों के मौसम में निम्नलिखित बदलाव संभव हैं:

पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों और इससे सटे मध्य भारत के भागों में 10 जून को सभी स्थानों पर बारिश होने के आसार हैं। ओडिशा के कुछ हिस्सों में 8 से 11 जून के बीच; गंगीय पश्चिम बंगाल में 10 और 11 जून को; झारखंड में 11 जून को; पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में 10 और 11 जून को भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। ओडिसा में 11 जून, 2021 को एक-दो स्थानों पर भीषण वर्षा की भी आशंका है।

पश्चिमी तटीय भागों में भी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोत्तरी होने के आसार हैं।

दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के प्रभावी होने और अन्य मौसमी स्थितियों के अनुकूल होने के कारण उत्तर-पूर्वी राज्यों में अगले 4-5 दिनों के दौरान अधिकांश स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। अरुणाचल प्रदेश में 7 और 8 जून को एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है; असम और मेघालय में 7 से 10 जून के बीच मूसलाधार बारिश हो सकती है; उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 7 से 9 जून के बीच; नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा में 7 और 8 जून को भारी वर्षा हो सकती है।

उत्तरी महाराष्ट्र से उत्तरी केरल के तटों तक बनने वाली तटवर्ती ट्रफ के कारण दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में अगले 4-5 दिनों के दौरान कई जगहों पर गर्जना के साथ बारिश हो सकती है। बिजली कड़कने की घटनाएँ भी हो सकती हैं।

उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी भागों में 8 से 10 जून के बीच धूलभरी तेज़ हवाएँ (30-40 किमी प्रति घंटे की गति) चलने का अनुमान है।

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