संयुक्त राष्ट्र के विश्व मौसम संगठन ने वर्ष 2022 में जलवायु को गर्म करने वाली गैसों में रिकॉर्ड बढोतरी की खबर दी है। संगठन की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वर्ष 1990 से 2022 के बीच वातावरण में ग्रीन हाउस गैसों का प्रभाव पचास प्रतिशत तक बढ़ा। ऐसा मुख्य रूप से जीवाश्म ईंधन के कारण हुआ।
रिपोर्ट के अनुसार कार्बन डाईऑक्साइड की सघनता इस समय औद्योगिक क्रांति से पहले की तुलना में पचास प्रतिशत अधिक है। दो अन्य ग्रीन हाउस गैस मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड की सघनता भी बढ़ी है। विश्व मौसम संगठन की यह रिपोर्ट 30 नवम्बर से शुरू हो रहे संयुक्त राष्ट्र जलवायु संधि में शामिल देशों के शिखर सम्मेलन से पहले जारी की गई है।