विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि दुनिया को आतंकवाद से कभी समझौता नहीं करना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की निंदा की जानी चाहिए और इसका कोई औचित्य नहीं हो सकता न ही इसे सही ठहराया जा सकता है। डॉक्टर जयशंकर कल रात न्यूयॉर्क में आतंकी गतिविधियों से अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को खतरा विषय पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक उच्चस्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का खतरा किसी धर्म, राष्ट्रीयता, सभ्यता या किसी जातीय समूह से नहीं जुड़ा हो सकता है और न ही होना चाहिए।
विदेश मंत्री ने कहा, भारत के पड़ोस में, आई.एस.आई.एल. -खोरासन अधिक ताकतवर हो गया है और लगातार अपने पैर फैलाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान में होने वाली घटनाओं ने क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में वैश्विक चिंता को स्वाभाविक रूप से बढ़ा दिया है।
विदेशमंत्री एस जयशंकर तथा अमरीका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अफगानिस्तान की स्थिति के बारे में विचार-विमर्श किया है। एंटनी ब्लिंकन ने एक ट्वीट में कहा है कि उन्होंने डॉक्टर जयशंकर के साथ अफगानिस्तान के बारे में सार्थक बातचीत की है। दोनों नेता आपसी तालमेल जारी रखने पर सहमत हुए।