रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने 19 अप्रैल, 2022 को दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय प्रदूषण प्रतिक्रिया अभ्यास – ‘एनएटीपीओएलआरईएक्स- VIII’ के 8वें संस्करण का उद्घाटन किया। इसका आयोजन भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) की ओर से गोवा के मोरमुगाओ पत्तन पर किया जा रहा है। रक्षा सचिव ने पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ. एम रविचंद्रन, आईसीजी के महानिदेशक वीएस पठानिया, दक्षिण एशिया सहकारी पर्यावरण कार्यक्रम (एसएसीईपी) के महानिदेशक डॉ. मोहम्मद मसुमुर रहमान की उपस्थिति में इस समुद्री रिसाव की तैयारी के अभ्यास का उद्घाटन किया। इस दौरान पत्तन, पोत और जलमार्ग मंत्रालय, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), भारत मौसम विज्ञान विभाग, भारतीय नौसेना और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, गोवा के कई वरिष्ठ गणमान्य अधिकारी उपस्थित थे। इस आयोजन में 50 एजेंसियों के 85 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। इनमें 22 मित्र देशों व अंतरराष्ट्रीय संगठनों के 29 पर्यवेक्षक और श्रीलंका व बांग्लादेश के दो तटरक्षक पोत शामिल हैं।
‘एनएटीपीओएलआरईएक्स-VIII का उद्देश्य समुद्री रिसाव से निपटने में सभी हितधारकों की तैयारी और प्रतिक्रिया क्षमता को बढ़ाना है। इसके अलावा इसका लक्ष्य एसएसीईपी समझौता ज्ञापन के अधीन राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर राष्ट्रीय तेल रिसाव आपदा आकस्मिक योजना (एनओएसडीसीपी) में निहित प्रक्रियाओं और दिशानिर्देशों को लागू अकरना है, जिसमें भारत एक सदस्य राष्ट्र है। इस अभ्यास के दौरान एनओएसडीसीपी के विभिन्न घटकों को आकस्मिक योजनाओं की पुष्टि व सुधार करने और समुद्र में किसी भी समुद्री रिसाव आपदा से निपटने के लिए संसाधन एजेंसियों के साथ-साथ हितधारकों की तैयारियों का मूल्यांकन करने के लिए लागू किया गया।
इस अभ्यास के दौरान आईसीजी के 13 पोत व 10 विमान, भारतीय वायु सेना का एक सी-131 विमान, एसएसीईपी सदस्य राष्ट्रों- श्रीलंका व बांग्लादेश के दो पोत और ओएनजीसी का एक अपतटीय आपूर्ति पोत (ओएसवी), भारतीय नौवहन निगम की संपत्ति और मोरमुगाओ पोर्ट ट्रस्ट की खींचने वाली नौकाओं को शामिल किया गया है। इन्होंने साइड स्वीपिंग आर्म्स के माध्यम से रोकथाम सह समुद्री रिसाव रिकवरी, बूम व स्किमर्स (जल विमान) की तैनाती, एकल जहाज संचालित नियंत्रण सह रिकवरी प्रणाली की स्ट्रीमिंग, अग्निशमन अभ्यास, बचाव अभियान और सतह व वायु तेल रिसाव परिक्षेपक प्रणाली का प्रदर्शन किया।
इस अभ्यास का समन्वय आईसीजी कर रही है, जिसमें संसाधन एजेंसियों व हितधारकों यानी पत्तन, तेल परिचालन एजेंसियों, तटीय राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों और अन्य संसाधन एजेंसियों की संपत्ति शामिल हैं। इस अभ्यास में टेबल-टॉप व्यायाम की विशेषता वाला दो दिवसीय कार्यक्रम, समुद्री तेल और एचएनएस प्रसार पर प्रदूषण प्रतिक्रिया कार्यशाला के बाद समुद्र में अभ्यास शामिल है, जिसकी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में एनओएसडीसीपी के अध्यक्ष ने समीक्षा की।
एनएटीपीओएलआरईएक्स के अलावा आईसीजी 18-29 अप्रैल, 2022 तक चेन्नई में हिंद महासागर परिधि संघ (आईओआरए) के सदस्य राष्ट्रों सहित 18 देशों के 45 अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागियों के लिए समुद्री तेल प्रतिक्रिया और तैयारी में एक क्षमता निर्माण पेशेवर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित कर रही है।