भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ को और बढ़ावा देने एवं मलेशिया के साथ द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करने के लिए, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 10 जुलाई, 2023 को कुआलालम्पुर में मलेशिया के रक्षामंत्री दातो सेरी मोहम्मद हसन के साथ व्यापक चर्चा की। उन्होंने प्रधानमंत्री वाईबी दातो अनवर बिन इब्राहिम और विदेश मंत्री दातो सेरी डिराजा डॉ. जाम्ब्रे अब्द कादिर से भी मुलाकात की।
09 जुलाई, 2023 की देर रात कुआलालम्पुर पहुंचने के बाद, राजनाथ सिंह ने मलेशिया के रक्षा मंत्रालय में औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अपने आधिकारिक कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद रक्षा मंत्री और मलेशिया के रक्षामंत्री दातो सेरी मोहम्मद हसन के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई।
दोनों पक्षों ने औद्योगिक सहयोग को मजबूत करने के तरीके खोजने पर विशेष ध्यान देने के साथ द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के विस्तार पर चर्चा की। उन्होंने आपसी विश्वास और समझ, साझे हितों और लोकतंत्र तथा कानून के साझे मूल्यों के आधार पर उन्नत रणनीतिक साझेदारी को पूरी तरह से लागू करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
दोनों मंत्री अगली मलेशिया-भारत रक्षा सहयोग समिति (मिडकॉम) बैठक के लिए सहमत हुए, इस बैठक को इस साल के अंत में भारत में आयोजित करने की योजना तैयार की जा रही है। राजनाथ सिंह ने इन्वेंट्री आधुनिकीकरण और रख-रखाव योजनाओं में मलेशियाई सशस्त्र बलों के साथ सहयोग करने की क्षमता और योग्यता के साथ भारतीय रक्षा उद्योग की क्षमता पर प्रकाश डाला।
दोनों मंत्रियों ने ‘एक्सचेंज ऑफ लेटर्स’ (ईओएल) के माध्यम से 1993 में हुए भारत-मलेशिया के बीच रक्षा सहयोग पर समझौता ज्ञापन में संशोधन को मंजूरी दी। यह संशोधन आपसी हित के क्षेत्रों में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और बढ़ाने का कार्य करेगा।
इसके बाद, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मलेशिया के प्रधानमंत्री वाईबी दातो सेरी अनवर बिन इब्राहिम से मुलाकात की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं दीं। 2019 में अपनी सफल भारत यात्रा को याद करते हुए, मलेशिया के प्रधानमंत्री ने शुभकामनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें भारत के लोगों से बहुत स्नेह है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनके मित्र हैं।
मलेशिया के प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंधों की सराहना की। राजनाथ सिंह ने मलेशिया के प्रधानमंत्री को दोनों देशों के बीच हुई सार्थक रक्षा वार्ता के बारे में जानकारी दी। बैठक में उन्नत रणनीतिक साझेदारी की पूरी क्षमता का एहसास करने के उपायों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
राजनाथ सिंह ने मलेशिया के विदेश मंत्री दातो सेरी डिराजा डॉ. जाम्ब्रे अब्द कादिर से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय महत्व के मामलों और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग के बारे में विचार-विमर्श किया। आसियान में भारत की मान्यता और हिंद प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के महत्व पर चर्चा की गई। बैठक मलेशिया के रक्षा उद्योग को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में तेजी लाने के प्रयासों में भारत के सहयोग के आश्वासन के साथ संपन्न हुई।
बाद में, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 99 वर्षीय आजद हिंद फौज-आईएनए के वयोवृद्ध सेकंड लेफ्टिनेंट सुंदरम को सम्मानित किया, उन्होंने बर्मा सीमा पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ आजादी की लड़ाई लड़ी थी।
भारत और मलेशिया के बीच उन्नत रणनीतिक साझेदारी के बाद यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है, इसकी घोषणा वर्ष 2015 में माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मलेशिया यात्रा के दौरान की गई थी।