देशभर में आज गणेश चतुर्थी का त्यौहार श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। यह दिन ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य के प्रतीक भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रुप में मनाया जाता है।
लोग अपने घर में मिट्टी से बनी भगवान गणेश की प्रतिमाएं स्थापित करते हैं और 10 दिन के उत्सव के दौरान उनकी पूजा करते हैं। गणेश चतुर्थी महाराष्ट्र का एक प्रमुख पर्व है।
गणेश जी के भजन, संस्कृत श्लोक एवं गणपती बाप्पा मोरया के जयघोष महाराष्ट्र में हर तरफ से सुनाई दे रहे है। राज्य के करोडों श्रद्धालुओं के घर मे एवं लाखो गणपती मंडलों मे आज गणेश जी की प्राणप्रतिष्ठा की जाएगी। डेढ दिन से लेकर ग्यारह दिन तक गणेशजी यहां पर विराजमान रहेंगे। गणेश जी के मनपसंद मोदक बनाने के लिए घरों मे खासकर तैयारियां की गई है। कोकण परिसर में उकडी के मोदक पसंदीदा है तो राज्य के अन्य भागों मे तले हुए तथा मावे से बनाए हुए मोदकों के पसंद किया जाता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गणेश चतुर्थी पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा कि गणेश चतुर्थी उत्साह और खुशी का त्योहार है जो मिलकर काम करने का संदेश देता है। राष्ट्रपति ने कहा है कि यह त्यौहार जीवन में विनम्र रहने और समाज में सद्भाव और भाईचारे को बढ़ावा देने की प्रेरणा भी देता है।