प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज झारखंड के खूँटी जिले में तीसरे जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह-पीवीटीजी विकास मिशन का शुभारंभ करेंगे। चौबीस हजार करोड़ रुपये की इस परियोजना से 220 जिलों के 22 हजार 544 गांवों में रहने वाले 18 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 75 विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह-पीवीटीजी को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री प्रमुख सरकारी योजनाओं पर अमल सुनिश्चित करने के लिए ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ भी शुरू करेंगे। पीएम-किसान के अन्तर्गत लगभग 18 हजार करोड़ रुपये की 15वीं किस्त जारी की जायेगी। इस अवसर पर झारखंड में लगभग 7 हजार 200 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी जायेगी।
प्रधानमंत्री जिन परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे उनमें राष्ट्रीय राजमार्ग 133 पर महागामा- हंसदिहा के 52 किलोमीटर मार्ग और राष्ट्रीय राजमार्ग 114 पर बसुकीनाथॉ- देवघर के 45 किलोमीटर भाग को चार लेन का बनाना, केडीएच पुरनाध कोयला हैंडलिंग संयंत्र तथा आईआईआईटी रांची के नये अकादमिक और प्रशासनिक भवन का शिलान्यास शामिल है।
प्रधानमंत्री जिन परियोजनाओँ का उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित करेंगे उनमें आईआईएम रांची के नए परिसर, आईआईटी-आईएसएम धनबाद के नए छात्रावास, बोकारो में पैट्रोलियम लुब्रिकेंट डिपो और हटिया-पाकरा खंड तथा तलगारिया बोकारो खंड और जारांग्ध- पतरातू खंड शामिल हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री झारखंड में शत-प्रतिशत रेलवे विद्युतीकरण की उपलब्धि को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
प्रधानमंत्री दो दिन की झारखण्ड यात्रा पर कल रात रांची पहुंचे थे। वे आज भगवान बिरसा मुंडा की 148वीं जयंती पर रांची में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू गांव जायेंगे। देश के वे पहले प्रधानमंत्री है, जो इस गांव को देखेंगे। प्रधानमंत्री ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ अन्तर्गत खूंटी में आईईसी यानी सूचना, शिक्षा और संचार गाड़ियों को रवाना करेंगे।
इस यात्रा का उद्देश्य स्वच्छता-सुविधाएं, आवश्यक वित्तीय-सेवाएं, बिजली कनेक्शन, लोगों तक एलपीजी सिलेंडर की पहुंच, गरीबों के लिए आवास, खाद्य सुरक्षा, उचित पोषण, विश्वसनीय स्वास्थ्य देखभाल जैसी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करने के लिए लोगों तक पहुंचाना और जागरूकता पैदा करना है। यह यात्रा अगले वर्ष 25 जनवरी तक देश भर के अधिकांश जिलों तक पहुंचेगी, जिससे इन योजनाओं का लाभ सभी लक्षित लाभार्थियों तक समयबद्ध तरीके से पहुंच पाएगा।