उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड की स्थिति को देखते हुए विश्वविद्यालयों और स्नातक महाविद्यालयों के स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष और पहले सेमेस्टर के विद्यार्थियों को उत्तीर्ण करने का फैसला किया है।
राज्य के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि पिछले वर्ष प्रथम वर्ष के जिन विद्यार्थियों को बिना परीक्षा में शामिल हुए दूसरे वर्ष के लिए प्रोन्नत कर दिया गया था उन्हें इस वर्ष की परीक्षा देनी होगी। परीक्षा का प्रारूप बदल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रेक्टिकल परीक्षा नहीं होगी और मौखिक परीक्षा ऑन-लाइन होगी। लिखित परीक्षा में प्राप्त अंक अनुपातिक रूप से प्रेक्टिकल परीक्षा में दे दिए जाएंगे।