निर्वाचन आयोग ने आज कहा कि मतदाता सूची से मतदाताओं के नाम हटाने के कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोप गलत और निराधार हैं। आयोग ने कहा कि किसी भी व्यक्ति द्वारा ऑनलाइन वोट को हटाया नहीं जा सकता। आयोग ने कहा कि 2023 में, कर्नाटक के आलंद विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं के नाम हटाने के कुछ असफल प्रयास किए गए थे और मामले की जाँच के लिए आयोग ने स्वयं प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
इससे पहले, राहुल गांधी ने दावा किया था कि आलंद विधानसभा क्षेत्र में कम से कम छह हज़ार मत हटाए गए थे। नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि सॉफ्टवेयर में हेरफेर के माध्यम से मतदाता सूची से नाम हटाए गए थे।
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर चुनाव आयोग पर बार-बार गलत और निराधार आरोप लगाने की आलोचना की है। नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में वरिष्ठ भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी लगातार संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठा रहे हैं।
गलत, निराधार आरोप बार-बार इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया पर लगाना। कभी ईवीएम पर प्रश्न चिन्ह खड़े करने, कभी वीवीपेट पर करना, कभी चुनावों के नतीजों पर करना और कभी टूल किट के सहारे इस संवैधानिक संस्थाओं पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करना, क्या ये आदत सी बन गई है? क्या चाहती है कांग्रेस पार्टी?