प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि सरकार देश में मजबूत चिकित्सा बुनियादी ढांचा तैयार करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के बजट में आधुनिक चिकित्सा ढांचागत सुविधाओं के लिए दो लाख करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किये गये हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कल चिकित्सक दिवस पर डॉक्टरों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में बुनियादी चिकित्सा सुविधाएं मजबूत करने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये की क्रेडिट गारंटी योजना शुरू की गई है।
इस साल, हेल्थ सेक्टर के लिये बजट का ऐलोकेशन दो गुने से भी ज्यादा, यानी दो लाख करोड़ रूपये से भी अधिक किया गया है। अब हम ऐसे क्षेत्रों, हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिये पचास हजार करोड़ रूपये की एक क्रेडिट गारन्टी स्कीम लेकर आये हैं, जहां स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है। हमने बच्चों के लिये जरूरी हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को सशक्त करने के लिये भी 22 हजार करोड़ रूपये से ज्यादा आवंटित किये हैं। आज देश में तेजी से नये एम्स खोले जा रहे हैं, नये मेडिकल कॉलेज बनाये जा रहे हैं, आधुनिक हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर खड़ा किया जा रहा है।
कोविड महामारी से निपटने में डॉक्टरों और चिकित्सा समुदाय की भूमिका की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डॉक्टरों, स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं ने महामारी के दौरान कई लोगों की जान बचाई। उन्होंने कहा कि प्रति दस लाख लोगों में मृत्यु और संक्रमण दर के संदर्भ में भारत की स्थिति कई विकसित देशों की तुलना में बेहतर है।
कोरोना के दौरान अगर हम प्रति लाख जनसंख्या में संक्रमण को देखें, मृत्यु दर को देखें तो भारत की स्थिति बड़े-बड़े विकसित और समृद्ध देशों की तुलना में कहीं संभली हुई रही है। किसी एक जीवन का असमय समाप्त होना, उतना ही दुखद है, लेकिन भारत ने कोरोना से लाखों का जीवन बचाया भी है, इसका बहुत बड़ा श्रेय हमारे परिश्रमी डॉक्टर्स, हमारे हैल्थ केयर वर्कर्स, हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स को जाता है।
प्रधानमंत्री ने कोविड वैक्सीन लगाने और कोविड मानकों के अनुपालन के प्रति लोगों को प्रेरित करने के लिये डॉक्टरों का आह्वान किया। उन्होंने योग के बारे में जागरुकता लाने के लिए चिकित्सा समुदाय की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कोविड बाद की जटिलताओं से निपटने में योग के लाभों के बारे में साक्ष्य आधारित अध्ययन के लिए डॉक्टरों की प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री ने चिकित्सकों के अनुभवों के दस्तावेजीकरण के जोर देते हुए कहा कि मरीजों के लक्षण, उपचार योजना और परिणामों का लिखित रिकॉर्ड रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए कोविड महामारी शुरुआती कदम हो सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा है कि सरकार डॉक्टरों को सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने महामारी के दौरान लोगों की सेवा में लगे चिकित्सकों के प्रति आभार व्यक्त किया।