विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत सरकार सूडान में फंसे भारतीयों की सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। एक बयान में मंत्रालय ने कहा कि सरकार सूडान में सुरक्षा की बिगड़ती स्थिति पर नजर बनाए हुए है। सूडान में फंसे भारतीयों के सुरक्षित आवागमन और उनको सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए मंत्रालय, विभिन्न सहयोगियों के साथ समन्वय स्थापित कर रहा है। विदेश मंत्रालय और सूडान में भारतीय दूतावास, सूडान सरकार के अलावा संयुक्त राष्ट्र, सऊदी अरब, यूएई, मिस्र और अमेरिका सहित विभिन्न देशों के साथ लगातार संपर्क में है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि अपनी तैयारियों और नागरिकों के सुगम आवागमन को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रही है। भारतीय वायुसेना के दो सी-130 जे विमानों को जेद्दाह में तैनात कर दिया गया है और आईएनएस सुमेधा भी सूडान बंदरगाह पर पहुंच गया है। मंत्रालय ने कहा कि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने की योजना तैयार कर ली गई है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई भी कार्रवाई खार्तूम के विभिन्न इलाकों में होने वाली हिंसा और लडाई की खबरों तथा तेजी से बदल रही सुरक्षा स्थिति पर निर्भर करेगी। सूडान में विदेशी विमानों की आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई है और थल परिवहन भी कई चुनौतियों और जोखिम का सामना कर रहा है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय दूतावास, सूडान में फंसे भारतीयों के साथ लगातार संपर्क में है। नागरिकों को सुरक्षित आवागमन की संभावनाएं और अनावश्यक जोखिम से बचने के बारे में दूतावास जरूरी सलाह दे रहा है। भारतीय दूतावास नागरिकों को खार्तूम शहर से सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हरसंभव सहायता प्रदान कर रहा है।