संसद के मॉनसून सत्र से पहले सरकार ने रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बैठक में संसद के दोनों सदनों के सुचारू संचालन के लिए सभी दलों से सहयोग मांगा जाएगा। संसद सत्र 19 जुलाई से शुरू होकर 13 अगस्त तक चलेगा। दोनों सदनों की कुल 19 बैठकें होंगी।
मॉनसून सत्र के दौरान सदन की बैठक सुबह 11 बजे प्रारंभ होगी। स्वास्थ्य सुरक्षा प्रोटोकाॅल के अनुरूप माननीय सदस्यों के लिए सदन में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठने की व्यवस्था की गई है।280 सदस्य लोकसभा कक्ष तथा 259 सदस्य सभा की दीर्घाओं में बैठकर सदन की कार्यवाही में भाग ले सकेंगे। मानसून सत्र के दौरान प्रश्नकाल, शून्यकाल, नियम 377 के तहत आने वाले मामले, सरकारी विधायी कार्य, प्राइवेट मेंबर बिजनेस सहित सभी विषय लिए जाएंगे।
कोविड वैक्सीनेशन करवा चुके माननीय सदस्यों, मीडियाकर्मियों, विभिन्न मंत्रालय के अधिकारियों के लिए RT-PCR test की अनिवार्यता नहीं रहेगी। टीकाकरण नहीं होने पर RT-PCR test करवाना होगा। पूर्व की भांति संसद भवन परिसर में अन्य व्यक्तियों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
17वीं लोकसभा का अब तक कार्यकाल अनेक मायनों में ऐतिहासिक रहा है। विगत दो वर्षों में आयोजित पांच सत्रों के दौरान कार्य उत्पादकता 122% रही। चौथे सत्र की 167% कार्य उत्पादकता उल्लेखनीय उपलब्धि है। पांचों सत्रों के दौरान 114 बैठकें हुईं जो 14वीं, 15वीं व 16वीं लोकसभा से अधिक हैं। शून्यकाल के दौरान माननीय सदस्यों को अविलंबनीय लोक महत्व के विषय सरकार के संज्ञान में लाने के अधिकतम अवसर उपलब्ध करवाना 17वीं लोकसभा की विशेष उपलब्धि रही। शून्य काल के दौरान अब तक 3389 विषय (औसतन 29 विषय प्रति दिन) उठाए गए, जो पिछली लोकसभाओं की तुलना में अधिक है। माननीय सदस्यों द्वारा नियम 377 के अधीन उठाए गए विषयों पर भी मंत्रालयों की ओर से उत्तर समय से प्राप्त हो रहे हैं। इस नियम के तहत अब तक उठाए गए विषयों में से लगभग 90 प्रतिशत के उत्तर एक माह की समय सीमा में मिले हैं। यह भी पूर्व की लोकसभाओं की तुलना में अधिक है।