प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिस्र की दो दिवसीय राजकीय यात्रा के लिए काहिरा पहुंचे। मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मदबौली ने उनकी अगवानी की। प्रधानमंत्री मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
प्रधानमंत्री मोदी आज शाम बाद में मिस्र के प्रधानमंत्री से चर्चा करेंगे। वे वहां के प्रमुख मुफ्ती से भी भेंट करेंगे और वहां भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी मिस्र के अन्य प्रमुख नेताओं से विचार-विमर्श करेंगे।
कल प्रधानमंत्री अल हकीम मस्जिद और हैलियोपॉलिस युद्ध स्मारक जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी से शिष्टमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। वार्ता के बाद कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है।
मिस्र के दौरे पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने एक बयान में कहा था कि वे भारत और मिस्र के बीच सभ्यता से जुडी और बहुआयामी भागीदारी को और गति प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति सीसी और मिस्र सरकार के वरिष्ठ सदस्यों से चर्चा करेंगे।
1997 के बाद से भारत के किसी भी प्रधानमंत्री का मिस्र का यह पहला आधिकारिक दौरा है।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे। उनकी यात्रा के बाद मिस्र के साथ भारत की भागीदारी सामरिक स्तर की हो गई है। पिछले कई महीनों में दोनों देशों के बीच मंत्री स्तरीय राजनीतिक आदान-प्रदान काफी बढा है। विदेशमंत्री डॉ. जयशंकर, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव मिस्र का दौरा कर चुके हैं। इसी तरह मिस्र के कई मंत्री भी भारत आ चुके हैं। यह दर्शाता है कि भारत और मिस्र द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। भारत के, जी-20 समूह का अध्यक्ष बनने के अवसर पर विशेष अतिथि के तौर पर मिस्र को आमंत्रित किया गया था।