यूक्रेन से भारतीय नागरिकों के सुरक्षित निकलने वालों की संख्या तेजी से बढ रही है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के अनुसार परामर्श जारी होने के बाद करीब 17 हजार भारतीयों ने यूक्रेन की सीमाएं पार की हैं। इनमें ऐसे भारतीय भी शामिल हैं जिन्होंने अपने नाम दूतावास में पहले पंजीकृत नहीं कराए थे। अरिंदम बागची ने कहा कि आप्रेशन गंगा के अंतर्गत उडानों की संख्या भी तेजी से बढी है। पिछले 24 घंटें में छह उडानें वहां से भारत आ चुकी हैं। अभी तक कुल 15 उडानों में तीन हजार 352 भारतीय स्वदेश लौटें हैं। अगले 24 घंटों में 15 और उडानें आनी तय हैं जबकि कुछ विमान अभी रास्ते में हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना के विमान भी आप्रेशन गंगा में शामिल हो चुके हैं और आज रात बुखारेस्ट से पहली उडान के दिल्ली पहुंचने की संभावना है। उन्होंने यह भी कहा कि लगातार जारी हिंसा के चलते पूर्वी यूक्रेन के शहरों की स्थिति चिंताजनक है। इस बीच एक उत्साहजनक खबर यह रही कि कल रात और आज सुबह भारतीय दूतावास के सहयोग से कई भारतीय छात्र रेलगाडी के जरिए खारकीव से निकलने में सफल रहे।
खारकीव और उससे लगे शहरों से अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए भारत लगातार रूस के संपर्क में है। अरिंदम बागची ने यह भी कहा कि रूस से मिली सूचना के आधार पर ही आज भारतीय दूतावास ने परामर्श जारी किया। उन्होंने खारकीव में फंसे भारतीय नागरिकों को फौरन किसी भी तरह अपनी सुरक्षा के मद्देनजर वहां से पश्चिम की ओर बढने की सलाह दी है। अरिंदम बागची ने यह भी बताया कि वहां जिन भारतीयों के पासपोर्ट खो गए हैं उनके लिए आपात प्रमाण-पत्र जारी किए जा रहे हैं जिससे अनेक भारतीय छात्रों को राहत मिलेगी।