आईएमसी 2025 में “टेक में महिलाएँ: विविध विचार, परिवर्तनकारी विचार” विषय पर एक विशेष सत्र में भारत के प्रौद्योगिकी और नवाचार परिदृश्य में महिलाओं के बढ़ते योगदान को मनाया गया। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सत्र को संबोधित करते हुए इस बात पर प्रकाश डाला कि संतुलित और सतत डिजिटल विकास प्राप्त करने के लिए महिला नवोन्मेषको और पेशेवरों को सशक्त बनाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने उद्योग जगत और सरकारी हितधारकों से मार्गदर्शन, कौशल विकास और उद्यमिता के लिए एक मज़बूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने का आह्वान किया जो महिलाओं को भारत के डिजिटल परिवर्तन में सक्रिय नेतृत्व करने में सक्षम बनाए।
रेखा गुप्ता ने ज़ोर देकर कहा कि सरकार का ध्यान रक्षा से लेकर तकनीक तक सभी क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता पर है। उन्होंने कहा कि दृष्टिकोण स्पष्ट है; हमारे देश को अपने सेमीकंडक्टर बनाने चाहिए, अपनी नेटवर्किंग प्रणालियाँ बनानी चाहिए और दुनिया में सबसे ज़्यादा मोबाइल फ़ोन बनाने चाहिए।
मुख्यमंत्री ने भारत की तकनीकी कहानी को आकार देने में महिलाओं की बढ़ती भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि साहस, रचनात्मकता, नवाचार या दूरदर्शिता का कोई लिंग-भेद नहीं होता। आकाश ही सीमा है।
आईएमसी 2025 के विभिन्न मंडपों के दौरे के दौरान रेखा गुप्ता ने महिला उद्यमियों, शोधकर्ताओं और स्टार्टअप संस्थापकों के साथ बातचीत की और एआई, आईओटी, रोबोटिक्स और दूरसंचार नवाचार में उभरती तकनीकों का प्रदर्शन किया। उनका संबोधन आईएमसी 2025 के विषय – परिवर्तन के लिए नवाचार – के अनुसार था। उन्होंने समावेशिता, नवाचार और नागरिक-केंद्रित विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।