भगवान परशुराम और क्षत्रिय भगवान परशुराम का जन्म सप्तऋषि में प्रथम भृगुश्रेष्ट महर्षि जमदग्नि के द्वरा पुत्रेष्टि यज्ञ के माध्यम से देवराज इंद्रा के आशीर्वाद से माँ रेणुका के गर्भ से वैशाख शुक्ल तृतीय को हुआ था जिसे हम अक्षय तृतीय के नाम से भी जानते हें | पिता भृगु जमदग्नि द्वारा सम्पूर्ण नामकरण संस्कार बाद उनका पुत्र राम पिता की आज्ञा से शिवजी की तपस्या में लींन हो गये भगवान शिव ने उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर उनको परशु अर्थात (फरसा) प्रदान किया जिसके कारण उनका नाम राम से…
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