राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद आज नई दिल्ली में केंद्रीय सूचना आयोग के 13वें वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। सम्मेलन में सूचना के अधिकार में आंकड़ों की निजता आरटीआई अधिनियम में संशोधन और आरटीआई अधिनियम के कार्यान्वयन पर विशेष रूप से विचार किया जाएगा।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज नई दिल्ली में केंद्रीय सूचना आयोग के 13वें वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। सम्मेलन में सूचना के अधिकार में आंकड़ों की निजता आरटीआई अधिनियम में संशोधन और आरटीआई अधिनियम के कार्यान्वयन पर विशेष रूप से विचार किया जाएगा। इस सम्मेलन में केंद्रीय सूचना आयोग के सभी वर्तमान तथा पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त, राज्य सूचना आयुक्त, आरटीआई कार्यकर्ता और आरटीआई के कार्यान्वयन से सम्बद्ध कई एनजीओ भी भाग लेंगे।
पीएम ने चौथी औद्योगिक क्रान्ति केंद्र का किया शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौथी औद्योगिक क्रान्ति केंद्र का किया शुभारंभ। कहा, चौथे औद्योगिक क्रान्ति से बदलेगी रोज़गार की प्रकृति और पैदा होंगे रोजगार के अधिक अवसर। पीएम ने कहा, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसी नई तकनीकों में देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की क्षमता।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि चौथी औद्योगिक क्रांति और आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस के विस्तार से देश में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होंगी और स्वास्थ्य पर होने वाले खर्च में कमी आयेगी। राजधानी दिल्ली में कल चौथी औद्योगिक क्रांति केन्द्र के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि चौथी औद्योगिक क्रांति में वह क्षमता है जो मानव जीवन का वर्तमान और भविष्य बदल सके। उन्होंने कहा कि आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और बिग डाटा जैसे उभरते तकनीक के नये क्षेत्र भारत को विकास के शिखर पर ले जा सकते हैं। अंतिम लक्ष्य, समाज की आखिरी पंक्ति में बैठे व्यक्ति के जीवन को आसान बनाना है, उसमें बदलाव लाना है patch ये सेंटर सबका साथ-सबका विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के लिए प्रेरक और पूरक की तरह काम करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया की चौथी औद्योगिक क्रान्ति को सामाजिक बदलाव के लिए अहम बताया। मुबंई में विश्व आर्थिक मंच के सहयोग से बनें सेंटर का शुभारंभ प्रधानमंत्री ने राजधानी दिल्ली में किया। इस सेंटर का लक्ष्य केंद्र सरकार, राज्य सरकारें, निजी क्षेत्र, अंतरराष्ट्रीय संगठन और सिविल सोसायटी के साथ मिलकर उपकरण बनाने पर काम करेगा जो सरकार के तकनीक आधारित कामकाज में तेजी लाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि चौथी औद्योगिक क्रान्ति ग़रीबी हटाने में मददगार साबित होगा।
विश्व में बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था के बीच मुबंई का ये केंद्र ज़रुरतों के मुताबिक़ ख़ास तौर पर तीन चीज़ों पर ज़्यादा से ज़्यादा काम करेगा। इनमें प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्लॉकचेन के ज़रिए मिनिमम गर्वमेंट मैक्सिमम गर्वनेंस के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी। उन्होने कहा कि इसके ज़रिए भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी और जीवन जीने के स्तर में सुधार आएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने कई सुधारात्मक क़दम उठाए हैं। डिजाइन से लेकर उत्पादन और विनिर्माण में काफी बदलाव आए हैं। नए अविष्कार, कौशल विकास और संसाधनों का तकनीक के ज़रिए सही इस्तेमाल भारत में तेज़ी के साथ बढ़ रहा है। स्टार्ट अप और अटल इनोवेशन मिशन भारत में विकास की टिकाऊ नींव रख रहे हैं। भारत में डिजिटल तकनीक के ज़रिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बढ़ावा पिछले चार सालों में तेज़ी के साथ हुआ है। उन्होने कहा कि 2014 के बाद देश की पंचायतों में ऑपटिक फाइबर का विस्तार हुआ है ये अब 59 हज़ार से बढ़कर 1 लाख ग्राम पंचायतों तक पहुंच चुका है। जल्द ही सभी 2.5 लाख पंचायतों तक ये पहुंचेगा। कॉमन सर्विस सेंटर की संख्या भी 2014 के मुक़ाबले 83 हज़ार से बढ़कर 3 लाख हो चुकी है। वहीं 32 हज़ार से ज़्यादा वाई-फाई हॉट स्पॉट ग्रामीण इलाक़ो में काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने जनवरी में विश्व आर्थिक मंच पर भारत के सामर्थ्य,कौशल और बढ़ती प्रौद्योगिकी की बदौलत विकसित होने के सपने को उजागर किया था। उन्होने कहा कि युवाओं और संभावनाओं से भरे देश में 21वीं सदी का नया भारत बनने का मद्दा मौजूद है। प्रधानमंत्री ने दोहराया कि भारत चौथी औद्योगिक क्रान्ति के इस मौक़े का पूरा लाभ उठाएगा और दुनिया को भी मज़बूती देगा।