प्रधानमंत्री का सोमवार का एक दिन का वाराणसी दौरा काशी नगरी के विकास में एक अहम पड़ाव रहा क्योंकि पीएम मोदी ने वाराणसी को 2500 करोड़ से ज्यादा की लागत के 1 दर्जन से ज्यादा परियोजनाओं की सौगात दी. ये ढांचागत परियोजनाएं परिवहन को तो सुगम बनाएँगी, साथ ही काशी निवासियों की मुश्किलें भी आसान करेंगी.
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे तो उनका मंत्र था विकास. पीएम मोदी ने वाराणसी में करीब तीन घंटे रुके और इस दौरान उन्होनें काशी को 2500 करोड़ से ज्यादा की लागत के 1 दर्जन से ज्यादा परियोजनाओं की सौगात दी.
गंगा को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि गंगा को अविरल और निर्मल बनाने को लेकर सरकार लगातार काम कर रही है और अब इसका असर भी दिखने लगा है. ट्रैफिक जाम की समस्या से हमेशा जुझने वाले काशी को पीएम ने रिंग रोड़ के पहले चरण का तोहफा दिया. इससे गाजीपुर, आजमगढ़ और जौनपुर से आने-जाने वाले वाहनों को शहर के अंदर नहीं घुसना होगा. इससे जाम की समस्या से निजात मिलेगी और प्रदूषण भी घटेगा.
पर्यटकों का सारनाथ जाना भी आसान हो जायेगा. साथ ही बाबतपुर फोरलेन बनने से जौनपुर, सुलतानपुर और लखनऊ तक की यात्रा सुगम होगी. हरहुआ में एक फ्लाईओवर और तरना में रोड़ ओवर ब्रिज बनवाया गया, ताकि वाराणसी से हवाई अड्डा जाने में कम समय लगेगा. इससे बनारस घुमने आने वाले पर्यटकों को भी आसानी होगी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सौगातों से बनारस को नया आयाम मिला. वाराणसी की पूर्वांचल के अन्य ज़िलों से कनेक्टविटी बेहतर होने के साथ-साथ यात्रा सुविधाजनक भी होगी. इन परियोजनाओं से रोज़गार के नये अवसर पैदा होंगे. पीएम ने कहा कि पिछले 4 साल में देश में मजबूत आधारभूत ढांचे का विकास हुआ है, तो हाइवे, एक्सप्रेसवे की रफ्तार ने देश को नयी दिशा दी है. आज देश वो हिस्से रेल नेटवर्क से जुड़े है जिनके हिस्से दशकों से सिर्फ वादे ही आए थे.