Pakistan’s double character again on terrorism

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आतंकवादियों की शरणस्थल बना पाकिस्तान एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के सामने बेनकाब हो गया है. एक वीडियो फुटेज में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कैबिनेट के सहयोगी मंत्री आतंकी हाफिज सईद के साथ एक मंच साझा करते हुए दिखाई दे रहे हैं. शनिवार को भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के दोहरे चरित्र को बेनकाब किया था जिसका पाकिस्तान ने प्रतिरोध किया. लेकिन अब इमरान खान के मंत्री की हाफिज सईद के साथ तस्वीरें सामने आने के बाद यह साफ हो गया है कि पाकिस्तान बेशर्मा के साथ न सिर्फ दुनियाभर के आतंकवादियों को शरण दे रहा है बल्कि बार-बार झूठ भी बोल रहा है.

शनिवार को संयुक्त राष्ट्र में भारत ने एक बार फिर आतंकवाद के मामले पर पाकिस्तान की हकीकत को दुनिया से रूबरू कराया कि अंतरराष्ट्रीय बिरादरी द्वारा घोषित किया गया वांछित आतंकवादी हाफिज़ सईद अब भी पाकिस्तान की सरपरस्ती में आज़ाद घूम रहा है.

हालांकि चौतरफा निंदा और हिदायतों का असर पाकिस्तान पर कितना पड़ा है वो इस तस्वीर से साफ हो जाता है. इसमें इमरान कैबिनेट में मंत्री नूर-उल-हक कादरी एक कार्यक्रम के दौरान  हाफिज सईद के साथ मंच साझा करते हुए दिख रहे हैं. पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान भले ही लगातार भारत के साथ शांति कायम करने का दावा करते हों लेकिन इसकी हकीकत क्या है इसका अंदाजा इस तसवीर से लगाया जा सकता है.

आतंकवाद के मामले पर खुद को बेकसूर बता सभी की सहानभूति लेने की कोशिश करने वाले पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र के मंच पर ही करारा जवाब मिला है. पाकिस्तान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारत पर पेशावर में स्कूली बच्चों पर हुए हमले को लेकर जो बेतुके आरोप लगाए उस पर भी उसे मुंह की खानी पड़ी है. भारत ने कुरैशी के बयान को ‘घृणास्पद आक्षेप’ करार देते हुए कहा कि यह बयान इस हमले में मारे गए बच्चों की याद को अपमानित करना है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की राजदूत ईनम गंभीर ने भारत के जवाब देने के अधिकार का उपयोग करते हुए कुरैशी के संबोधन में लगाए गए आरोपों को निराधार बताया.

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की राजदूत ईनम गंभीर ने पाकिस्तान के आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के दावे को झूठा करार देते हुए कहा कि अगर इस दावे के तथ्यों की पुष्टि की जाए तो अलग तरह की तस्वीर निकल कर सामने आएगी. पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी द्वारा कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने पर गंभीर ने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और आगे भी रहेगा. भारत ने पाकिस्तान के उस दावे को भी खारिज कर दिया कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी और भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की प्रस्तावित बैठक को भारत ने  रद्द कर दिया था. गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बातचीत की पेशकश थी लेकिन पाकिस्तान की नीयत बदस्तूर वैसी ही कायम है जैसे पहले थी. आतंकवाद के मुद्दे पर उसका दोहरा चरित्र तब भी बेनकाब हुआ था जब नई सरकार ने आतंकवादियों के डाक टिकट जारी किए और एलओसी पर संघर्ष विराम का उल्लंघन और गोलीबारी को जारी रखा.

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