केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा है कि हमारे सभी चिकित्साकर्मियों ने राष्ट्र को गौरवान्वित किया है और दुनिया को दिखाया है कि वैश्विक सहयोग और व्यापार में भारत एक विश्वसनीय भागीदार हो सकता है। सीआईआई के 12वें मेडटेक ग्लोबल समिट के उद्घाटन को आज संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि फार्मास्युटिकल उद्योग भारत और दुनिया में दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कृतसंकल्प है। “कोविड -19 से लड़ने के लिए चिकित्सा उपकरण उद्योग ने स्वदेशी रूप से आवश्यक उत्पादों को तैयार करने में मदद की। हमारे डॉक्टरों, पैरामेडिक्स और चिकित्सा समुदाय ने भारत की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता के माध्यम से आम आदमी की सेवा करके राष्ट्र को गौरवान्वित किया है।”
श्री गोयल ने कहा कि आज हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि भारत ने दुनिया को दिखाया है कि सख्त लॉकडाउन का क्या मतलब है और यह भी दिखाया कि तेजी से ठीक होने (रिकवरी) के क्या मायने हैं। “कोविड – 19 से ठीक होने (रिकवरी) की हमारी दर बहुत उत्साहजनक है, जो 70 प्रतिशत की सीमा को पार कर गयी है। इस अवधि में हम सभी को बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है।”
श्री गोयल ने प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस के संबोधन का जिक्र किया, जिसमें प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत के विज़न का उल्लेख किया था और चिकित्सा समुदाय द्वारा निभाई गई भूमिका के लिए उनकी सराहना की थी। श्री गोयल ने कहा कि यह वह समय है जब हमें पहुँच, जागरूकता और उपलब्धता (3 ए – एक्सेस, अवेयरनेस तथा अवैलबिलिटी) की शक्ति के उपयोग से स्वास्थ्य प्रणाली को और मज़बूत बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना होगा। उन्होंने कहा कि लोगों के जीवन की देखभाल करने के लिए आत्मनिर्भर होना महत्वपूर्ण है। इससे हमारे फार्मा व चिकित्सा उपकरण उद्योग विकसित होंगे और चिकित्सा पेशा बेहतर होगी।
परमहंस योगानंद को उधृत करते हुए उन्होंने कहा, “दृढ़ता परिणाम के अपरिहार्य होने की गारंटी है।“ उन्होंने भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चिकित्सा और फार्मा पेशेवरों की दृढ़ता, प्रतिबद्धता और संकल्प की सराहना की।
श्री गोयल ने कहा कि डेटा का उपयोग करके लोगों को एक साथ लाना और डेटा प्रसंस्करण, हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को बेहतर बनाने और प्रासंगिक रोगी जानकारी के निर्बाध प्रवाह को सुनिश्चित करने में हमारी मदद कर सकता है। उन्होंने कहा, “यह हमारे डॉक्टरों की मदद करेगा और रोगियों के लिए सटीक निदान और इलाज में सहायता प्रदान करेगा।
मंत्री ने कहा कि ‘विश्व का फार्मेसी’ होने के साथ-साथ, हम ‘विश्व का अस्पताल’ भी बन जाएंगे, जहाँ पर दुनिया सुविधाओं, उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा देखभाल और उच्च गुणवत्ता के उपचार का उपयोग कर सकेगी। भारत में प्रौद्योगिकी लाने और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अस्पतालों के साथ वैश्विक जुड़ाव व उपकरणों के वैश्विक व्यापार में हमारी सही जगह सुनिश्चित करने में चिकित्सा उपकरण उद्योग सबसे आगे होगा।
श्री गोयल ने कहा कि आरोग्य केंद्र (वेलनेस सेंटर) एक और क्षेत्र है, जिसे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने प्राथमिकता की सूची में रखा है। उन्होंने कहा कि आरोग्य केंद्र के माध्यम से निवारक स्वास्थ्य सेवा ही भविष्य का मार्ग होगा। उन्होंने कहा, “तन्दुरुस्त (फिट) रहना हमारी सरकार का मंत्र है।”
मंत्री श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उज्ज्वल भविष्य के लिए एक दृष्टिकोण रखा है जिसमें पूरे देश की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को बेहतर बनाया जाएगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि देश, सभी लोगों के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा, उपकरण और सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा।
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