आसिया बीबी को सज़ा-ए- मौत से राहत पर पाकिस्तान में बवाल, कई शहरों में प्रदर्शन, प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की कट्टरपंथियों को चेतावनी।
पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोपों में मौत की सज़ा का सामना कर रही ईसाई महिला आसिया बीबी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरु हो गए हैं। पाकिस्तान सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को आसिया की मौत की सज़ा रद्द कर दी थी और उन्हें आरोपमुक्त कर दिया था। आसिया को 2010 में सज़ा-ए-मौत सुनाई गई थी और तब से वे राहत के लिए अदालतों के चक्कर काट रहीं थीं।
पाकिस्तान में ईशनिंदा क़ानून बेहद सख़्त है और इस के तहत दोषी पाए जाने वालों को मौत की सज़ा तक सुनाई जा सकती है। ईशनिंदा क़ानून के समर्थक कट्टरपंथी संगठन और राजनीतिक पार्टियां लंबे समय से आसिया के विरोध में मोर्चेबंदी किये हुए थे और अदालत से उन्हें राहत मिलने के बाद विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं।
बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद इस्लामाबाद, लाहौर और अन्य शहरों में विरोध प्रदर्शन किये गए, जिनसे आम ज़िंदगी बुरी तरह प्रभावित हुई। कुछ कट्टरपंथी नेताओं ने तो फ़ैसला सुनाने वाले सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश और दो अन्य न्यायाधीशों की हत्या तक की बात कह दी।
प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने विरोध प्रदर्शन पर कड़ा रुख़ इख़्तियार करते हुए कट्टरपंथियों को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने हिंसक प्रदर्शन जारी रखे तो सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी।