केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यौन अपराधियों के बारे में देश के पहले ऑनलाइन और केंद्रीकृत राष्ट्रीय डाटाबेस सेंटर का किया शुभारंभ, कहा- जांच एजेंसियों को यौन अपराध के मुकदमें के तेज निपटारे में मिलेगी मदद
केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यौन अपराधियों पर बने देश के पहले ऑनलाइन और केन्द्रीयकृत राष्ट्रीय डाटाबेस-एनडीएसओ का उद्घाटन किया और इसके साथ ही इस तरह की सूचनाएं और आंकड़े रखने वाला भारत नौवां देश बन गया है। इस डाटाबेस में दोषी करार दिये गये यौन अपराधियों के नाम, फोटो, पता, अंगुलियों के निशान तथा अन्य जानकारियां उपलब्ध रहेंगी।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को दिल्ली में महिला सुरक्षा से संबधित दो वेबसाईट को लाँच किया । देश की पहली आँनलाईन नेश्नल डेटाबेस आन सेक्सुअल ओफेन्डर वेबसाईट के लाँच के साथ ही भारत दूनिया का नौंवा देश बन गया है जिसके पास इस प्रकार का डेटा है । इस डेटाबेस में नाम, फोटों , पता , फींगर प्रिंट सहित सेक्सुअल ओफैन्डर की अन्य जानकारी रहेगी ताकि अपराधी की शिनाख्त हो सके । इस वैबसाईट को राष्ट्रीय मिश्न महिला सुरक्षा के अंतरगर्त लाया गया है। इस डेटाबेस का रख रखाव नेश्नल क्राइम रिकार्ड ब्यौरो के अंतर्गत रखा जाएगा । ये पोटर्ल केवल सरकारी ऐजंसियों के उपयोग के लिए ही होगा । इस मौके पर बोलते हुए गृहमंत्री ने कहा कि ये डेटाबेस जाँच ऐजँसियों को तेज़ी से जाँच करने में सहायक होगा । उन्होंने कहा कि अभी तक कुल 4.5 लाख सेक्सुअल ओफैंडर की जानकारी इस डेटाबेस में है । उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से महिलाओं और बच्चों के प्रति अपराध को रोकने के लिए कई कदम उठाए गए है ।
दूसरी वैवसाईट भी महिला सुरक्षा को लेकर ही जुड़ी हुई है जिसका नाम cybercrime.gov.in है । इस वैबसाईट में नागरिकों द्आरा महिला औऱ बच्चों के होने वाले अपराधों को दर्ज करवाया जा सकेगा। महिलाओँ और बच्चों के प्रति अपराधों को रोकने के लिए सरकार की तरफ से कई प्रयास किए गए है । गृहमंत्रालय ने साईबर और फ्रेंसिक लैब बनाने के लिए पहले ही तकरीबन 95 करोड़ रुपये दिए है । जो साईबर क्राइम को रोकने के प्रशिक्षण और खोजबीन को और ज्यादा सहायता प्रदान करेगा ।