भारत के प्रथम सौर मिशन आदित्य एल 1 को पृथ्वी की कक्षा में आगे बढ़ाने की तीसरी प्रक्रिया सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गई है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन- इसरो ने कहा कि बेंगलुरु में आई.एस.टी.आर.ए.सी. से यह प्रक्रिया संचालित की गई। मॉरीशस, बेंगलुरु, एस.डी.एस.सी.-एस.एच.ए.आर. और पोर्ट ब्लेयर में इसरो के केन्द्रों से इस प्रक्रिया की निगरानी की गई। इसरो ने बताया कि मिशन की कक्षा बदलने की अगली प्रक्रिया 15 सितंबर की रात लगभग 2 बजे होगी।
इससे पहले 5 सितंबर को मिशन की कक्षा बदलने की दूसरी प्रक्रिया सम्पन्न की गई थी और उसे 282 गुण 40 हजार 225 किलोमीटर की कक्षा में स्थापित किया गया था।