दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ एश्योरेंस योजना ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ लोगों में धीरे-धीरे लोकप्रिय हो रही है. अब तक 90 हजार से ज्यादा लोगों को गोल्डन कार्ड दिया जा चुका है और 40 हजार से अधिक मरीज इस योजना का लाभ उठा चुके हैं.
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अब तेजी से रफ्तार पकड़ रही है. जहां एक ओर लोगों में ये काफी लोकप्रिय हो रही है, वहीं इसके लाभार्थियों की संख्या में भी तेजी से बढोतरी हो रही है. हर दिन चार से पांच हजार मरीज इसका लाभ उठा रहे हैं. योजना की शुरुआत के महज दो हफ्ते के भीरत ही 90 हजार से ज्यादा लोगों को गोल्डन कार्ड दिया जा चुका है और अब तक 40 हजार से ज्यादा लोगों को इस योजना का लाभ मिल गया है.
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लोग छोटी और बड़ी सभी तरह की बीमारियों के इलाज का लाभ उठा रहे है. योजना के तहत सरकारी और चुने हुए निजी अस्पताल में इलाज की सुविधा मिल रही है. ये पूरी तरह से कैशलेश है. यानि अगर परिवार का कोई सदस्य बीमार होता है तो वो सीधे अस्पताल जाकर इलाज करा सकता है. उसे कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा. इस योजना से जुड़ी किसी भी तरह की सूचना के लिए टोल फ्री नंबर 14555 पर सीधे बात कर सकते हैं.
25 हजार से ज्यादा निजी अस्पतालों ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से जुड़ने के लिए आवेदन किया है. इस योजना के तहत करीब 11 करोड़ परिवारों को सालाना 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलेगा. चाहे परिवार का आकार कुछ भी हो. इससे 50 करोड़ लोगों को फायदा हो रहा है और इसके दायरे में देश की करीब चालीस फीसदी आबादी आएगी.
योजना के तहत मरीजों को मदद करने के लिए हर अस्पताल में आरोग्य मित्र हैं, जो चौबीस घंटे अस्पताल में तैनात रहते हैं, ताकि मरीज को किसी तरह की परेशानी न हो. इससे बड़े पैमाने पर रोजगार भी मिल रहा है. आंकड़ों के मुताबिक इलाज के कारण देश में करीब 6 करोड़ लोग हर साल गरीबी रेखा से नीचे आ जाते है. अब प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शुरू हो जाने से किसी भी गरीब को न तो घर बेचने और न ही अपनी संपत्ति बेचने की नौबत आएगी.