बंगाल की खाड़ी से उठा तूफान ‘फोनी’ ओडिशा पहुंच गया है। सुबह करीब आठ बजे यह तूफान ओडिशा के पुरी तट से टकराया। इस तूफान के प्रभाव से ओडिशा में कई इलाकों में इस समय तेज बारिश हो रही है। फोनी के मद्देनजर करीब 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा जा चुका है। तूफान फोनी के असर से 170-180 किमी प्रति घंटे तक की हवाएं चल रही हैं।
पुरी समुद्र तट पर लोगों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी जा रही है। सभी तटीय हवाई अड्डों को यह सुनिश्चित करने के लिए अलर्ट जारी किया है कि तूफान फोनी के मद्देनजर सभी सावधानियों को लागू किया जाए। चक्रवाती तूफान फोनी के मद्देनजर एनडीआरएफ की टीम श्रीकाकुलम के इच्छापुरम पहुंची। तूफान के खतरे को देखते हुए राज्य में स्कूल, कॉलेजों और सरकारी कार्यालयों को बंद कर दिया गया है।
तूफान के प्रभाव से हवाई सेवाओं पर भी असर पड़ा है। भुवनेश्वर हवाई अड्डे को भी एहतियात आज रात बारह बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है। भद्रक-विजियानगरम सेक्शन के कोलकाता-चेन्नई रूट की सभी ट्रेनों को 4 मई तक के लिए रद्द कर दिया गया है। इस तूफान के ओडिशा में टकराने के बाद 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से प. बंगाल के तटीय इलाकों की ओर रुख करने की संभावना है। लिहाज़ा तूफान के मार्ग में आने वाले ज़िलों में स्कूल बंद रहेंगे।
हालात की गंभीरता के मद्देनजर तीनों राज्यों में सेना और वायु सेना की इकाइयों को चौकस रखा गया है। संभावित स्थिति से निपटने को लेकर संबंधित राज्यों और केंद्र सरकार के तमाम विभागों की तैयारियों की समीक्षा बैठकों का दौर भी जारी है। कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा ने चक्रवाती तूफान फोनी के रास्ते में आने वाले क्षेत्रों से लोगों को निकालने और उनके लिए भोजन, पेयजल और दवाईयों जैसी आवश्यक सामग्री की पर्याप्त मात्रा बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिये हैं।
राज्य और केंद्र की तैयारियों की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में उन्होंने तूफान से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए सभी संबंधित एजेंसियों को आवश्यक सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त तैयारी रखने की सलाह दी। भारतीय तटरक्षक और नौसेना ने राहत और बचाव कार्यों के लिए जहाजों और हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है। एनडीआरएफ ने आंध्र प्रदेश में 12, ओडिशा में 28 और पश्चिम बंगाल में छह दलों को तैनात किया है।