विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने आज कहा कि मोदी सरकार सीमाओं को सुरक्षित करने और सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। सीमा पर बुनियादी ढांचे और सम्पर्क सुविधा पर नई दिल्ली में मीडिया को जानकारी देते हुए विदेश मंत्री ने बताया कि सशस्त्र बलों के लिए गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है। डॉ. एस जयशंकर ने इस बात पर बल दिया कि भारतीय सेना 2014 के बाद चीन की गतिविधियों का बेहतर ढंग से जवाब देने में सक्षम हुई हैं।
विदेश मंत्री ने कहा कि हम भूटान और असम के बीच रेल सम्पर्क सुविधा पर भूटान के साथ बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भूटान पर्यटकों के लिए और अधिक अवसर खोलने के लिए काफी उत्सुक है और यह असम के लिए बहुत अच्छा है। उन्होंने कहा कि म्यांमार के साथ सीमा की स्थिति चुनौतीपूर्ण है। सितवे बंदरगाह चालू है और हमें उम्मीद है कि इस साल तटीय शिपिंग समझौता संपन्न हो जाएगा। विदेश मंत्री ने कहा कि कानून और व्यवस्था की स्थिति के कारण म्यांमार त्रिपक्षीय राजमार्ग एक बड़ी चुनौती है, हम चुनौतियों से निपटने के लिए म्यांमार के अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं। सीमा पर बुनियादी ढांचे और सम्पर्क सुविधा पर नई दिल्ली में मीडिया को जानकारी देते हुए विदेश मंत्री ने बताया कि हम भूटान और असम के बीच रेल सम्पर्क सुविधा पर भूटान के साथ बातचीत कर रहे हैं।