शैक्षणिक संस्थानों को नवाचार और उद्यमिता का केंद्र बनना चाहिए: पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू

शैक्षणिक संस्थानों को नवाचार और उद्यमिता का केंद्र बनना चाहिए: पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू

पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि शैक्षणिक संस्थानों को नवाचार और उद्यमिता का केंद्र बनना चाहिए।

पूर्व उपराष्ट्रपति आज इंदिरा गांधी दिल्ली महिला तकनीकी विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। वेंकैया नायडू ने कहा कि विश्वविद्यालयों को अनुसंधान संस्थानों के सहयोग से समर्पित प्रयोगशाला स्थान बनाने की आवश्यकता है ताकि विद्यार्थी विश्वविद्यालय छोड़ने से पहले मूल्यवान अनुभव प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि नवाचार और रचनात्मकता के लिए सहयोग और टीम वर्क महत्वपूर्ण है।

वेंकैया नायडू ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं के शैक्षिक सशक्तिकरण के बिना कोई भी राष्ट्र प्रगति नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि “महिलाएं सभी क्षेत्रों में कांच की छत को तोड़ रही हैं, फिर भी पूर्ण लैंगिक समानता हासिल करने के लिए अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। इसमें संपत्ति की विरासत से संबंधित मामलों में समान अधिकार शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि एक महिला को शिक्षित करने का मतलब एक परिवार और समाज को शिक्षित करना है। हमारी बेटियों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य सुरक्षित करना भारत जैसे देश में अधिक महत्व रखता है, जहां महिलाएं आबादी का 50 प्रतिशत हिस्सा हैं।

इस अवसर पर इंदिरा गांधी दिल्ली महिला तकनीकी विश्वविद्यालय के चांसलर और दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, कुलपति डॉ. अमिता देव, रजिस्ट्रार, प्रो. मनोज सोनी और संकाय के कर्मचारी उपस्थित थे।

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