विदेश मंत्री सुब्रह्मणयम जयशंकर ने भारत की अध्यक्षता में जी-20 आयोजन को राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्रों में नये सिरे से संतुलन बनाने का उदाहरण बताया है। कल सभ्यता फाउंडेशन के दिल्ली विरासत कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पूरे देश ने जी20 की भारत की अध्यक्षता का जश्न मनाया।
जी-20 कार्यक्रम कई मायनों में राजनीतिक और आर्थिक पुनर्संतुलन का एक उदाहरण था, जहां दुनिया को चलाने वाले, दुनिया को प्रभावित करने वाले या दुनिया पर व्यापक प्रभुत्व वाले कुछ देशों के बजाय, इसका दायरा व्यापक हो गया है। इसमें साफ तौर पर भारत की भूमिका को पहचान मिली। विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि जी20 कार्यक्रम में ‘राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्रों में नये सिरे से संतुलन बनाने’ के बाद अब ध्यान ‘सांस्कृतिक पुनर्संतुलन’ पर केंद्रित हो गया है। उन्होंने कहा कि अब लड़ाई सांस्कृतिक पुनर्संतुलन की है, और इसीलिए आज हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम अपनी विरासत, अपनी सभ्यता, अपनी संस्कृति, अपनी जीवन शैली, अपनी आस्था और अपनी मान्यताओं को सामने रखें। यह कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पारंपरिक राजनीति की तरह ही महत्वपूर्ण है।