राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि होम्योपैथी की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए अनुसंधान और कार्य-दक्षता महत्वपूर्ण है और होम्योपैथी के प्रभाव को प्रमाणित करने के लिए चिकित्सा अनुसंधान बढ़ाने की जरूरत है। राष्ट्रपति मुर्मु आज नई दिल्ली में विश्व होम्योपैथी दिवस के अवसर पर दो दिवसीय होम्योपैथी संगोष्ठी को संबोधित कर रही थीं। राष्ट्रपति ने कहा कि होम्योपैथी को उपचार का सुलभ माध्यम के रूप में वैश्विक स्वीकार्यता मिली है और आयुष मंत्रालय समेत अनेक संस्थानो ने इस उपचार पद्धति की सराहना की है।
राष्ट्रपति मुर्मु ने स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े पेशेवर लोगों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इन प्रयासों से स्वस्थ और समृद्ध भारत के निर्माण में मदद मिलेगी। संगोष्ठी का आयोजन आयुष मंत्रालय के अंतर्गत केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद ने किया है।