राजस्थान सरकार ने कोविड महामारी के कारण अनाथ बच्चों के लिए सहायता पैकेज तैयार करने का निर्णय लिया है। राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में कोविड की तीसरी लहर के मद्देनजर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को और मजबूत बनाने का भी निर्णय लिया गया है।
कोविड के कारण प्रदेश में एक अप्रैल से अब तक लगभग 560 बच्चे अपने माता-पिता को खो चुके हैं। ऐसे बच्चों के पुनर्वास और सहायता के लिए केंद्र सरकार की पहल पर ऐसे बच्चों की जानकारी केंद्रीय बाल संरक्षण आयोग के पोर्टल पर अपलोड की जा रही है। बाल अधिकारिता विभाग की अतिरिक्त निदेशक रीना शर्मा ने बताया कि ऐसे बच्चों को चिन्हित करने का काम जारी है। साथ ही ऐसे बच्चे भी चिहिन्त किये जा रहे हैं, जिनके परिवार के लिए वित्तीय संसाधन जुटाने वाले माता या पिता का निधन हो गया है। ऐसे बच्चों के बारे में सूचना निकटवर्ती थाने, प्रशासन को अथवा चाइल्ड हैल्पलाइन 1098 पर दी जा सकती है।
इस बीच, राज्य में कोविड से उबरने की दर 95 प्रतिशत से ज्यादा हो गयी है तथा अब तक 9 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं।