रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को विशाखापट्टनम के नौसेना डॉकयार्ड में आईएनएस सन्धायक के जलावतरण समारोह में शामिल होंगे। इसमें नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वरिष्ठ नौसेना और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स के अधिकारी और अन्य विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे।
यह पोत गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स कोलकाता में बनाया गया था और इसमें 80 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी कल-पुर्जे है। यह डिजाइन और युद्धपोत निर्माण में भारत की विशेषज्ञता की पुष्टि करता है। लगभग तीन हजार 800 टन क्षमता का 110 मीटर लम्बा यह पोत दो डीजल इंजनों द्वारा संचालित है। यह पोत अपने पूर्ववर्ती संस्करण से नए स्वरूप में लाया गया है। पूर्ववर्ती सन्धायक को 4 जून, 2021 को सेवामुक्त कर दिया गया था।
नवीकरणीय पोत की गति 18 नॉट से अधिक है और हिंद महासागर क्षेत्र भारतीय उपस्थिति का महत्वपूर्ण हिस्सा होगा।