यशोभूमि MSME क्षेत्र, किसानों एवं कारीगरों को बढ़ावा देगी और उनके लिए नए अवसर एवं बाजार सुलभ कराएगी: पीयूष गोयल

यशोभूमि MSME क्षेत्र, किसानों एवं कारीगरों को बढ़ावा देगी और उनके लिए नए अवसर एवं बाजार सुलभ कराएगी: पीयूष गोयल

केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कठिन समय में प्रधानमंत्री द्वारा प्रदान किए गए नेतृत्व ने यह सुनिश्चित किया कि जी20 शिखर सम्मेलन को देश के हर कोने में ले जाया जाए और यह ‘जनता की अध्यक्षता’ बन गया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन इतना सफल रहा कि इसे एक विशेषज्ञ ने “मोदी आधारित जी20” कहा है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने कहा कि नई दिल्ली नेताओं का घोषणापत्र भविष्य को एक नई दिशा देगा और यह वैश्विक मामलों की दिशा बदलने में एक अहम भूमिका निभाएगी।

पीयूष गोयल ने कहा कि यशोभूमि प्रधानमंत्री के ‘कौशल, गति और पैमाने’ के दृष्टिकोण का एक प्रमाण है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आईआईसीसी की यह परियोजना तेजी से पूरी हुई और आज यशोभूमि के रूप में इसका उद्घाटन हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का पहला चरण पूरा हो चुका है और दूसरे चरण में इसका वर्तमान आकार दोगुना हो जाएगा। पीयूष गोयल ने कहा कि द्वारका स्थित यह कन्वेंशन सेंटर पीएम गतिशक्ति के आदर्श का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने कहा कि यहां से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक एक्सप्रेसवे के जरिए पांच मिनट में पहुंचा जा सकता है, मेट्रो कनेक्टिविटी इसे 20 मिनट में कनॉट प्लेस से जोड़ती है और इस परियोजना से जुड़ने वाले होटलों की पर्याप्त व्यवस्था है।

पीयूष गोयल ने कहा कि पिछले नौ वर्षों के दौरान देश में जो कन्वेंशन सेंटर बनाये जा रहे हैं, वे विश्वस्तरीय प्रदर्शनी केन्द्र बन जायेंगे। भारत मंडपम और यशोभूमि व्यापार, उद्योग, निर्यात एवं रोजगार को बढ़ावा देंगे। उन्होंने कहा कि यशोभूमि एमएसएमई क्षेत्र, किसानों एवं कारीगरों को बढ़ावा देगी और उनके लिए नए अवसर एवं बाजार सुलभ कराएगी।

वाणिज्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक मजबूत अर्थव्यवस्था एवं बुनियादी ढांचे का निर्माण, गरीबों का उत्थान, डिजिटलीकरण और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार सुनिश्चित करके अमृत काल में भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की नींव रखी है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया समावेशी विकास के प्रति प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता की साक्षी है। उन्होंने कहा कि आम आदमी के जीवन को आसान करने हेतु कानूनों को सरल बनाने, स्टार्ट-अप की मदद करने, व्यापार एवं निर्यात को बढ़ावा देने, रोजगार के नए अवसर सृजित करने और लोगों के दिलों में विश्वास पैदा करने के कदम यह सुनिश्चित करेंगे कि यह देश अब अजेय बन गया है। विश्वकर्मा योजना के ऐतिहासिक शुभारंभ का उल्लेख करते हुए, पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमारे कारीगरों की कड़ी मेहनत को पहचाना है और यह योजना उन्हें सम्मान एवं मजबूती प्रदान करेगी।

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