भारत और ग्रीस ने रक्षा, सुरक्षा और कृषि सहित विभिन्‍न क्षेत्रों में महत्‍वपूर्ण भागीदारी मजबूत करने पर सहमति व्‍यक्‍त की

भारत और ग्रीस ने रक्षा, सुरक्षा और कृषि सहित विभिन्‍न क्षेत्रों में महत्‍वपूर्ण भागीदारी मजबूत करने पर सहमति व्‍यक्‍त की

एथेंस में ग्रीस के प्रधानमंत्री क्यारीकोस मित्सोटाकिस के साथ संयुक्‍त संवाददाता सम्‍मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और ग्रीस प्रवासन तथा लोगों के आवागमन संबंधी भागीदारी पर जल्‍द ही समझौता करेंगे। उन्‍होंने कहा कि भारत और ग्रीस भू-राजनीतिक तथा क्षेत्रीय मुद्दों पर सहयोग कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि भारत और ग्रीस विश्‍व की दो प्राचीन सम्‍भ्‍यताएं हैं तथा दोनों के संबंधों की नींव बहुत पुरानी और मजबूत है।

ग्रीस के प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल के वर्षों में भारत और ग्रीस के बीच संबंधों में काफी सुधार आया है और दोनों देशों के बीच परस्‍पर सहयोग की व्‍यापक संभावनाएं हैं।

प्रधानमंत्री मित्सोटाकिस ने कहा है कि हमारा पहला उद्देश्‍य द्विपक्षीय व्‍यापार को दोगुना करना है। उन्‍होंने कहा कि विशेषकर यूक्रेन में युद्ध और उथल-पुथल की स्थिति में दोनों देश भाविष्‍य की चुनौतियों से निपटने के साथ-साथ आगे बढने के लिए तैयार हैं।

प्रधानमंत्री मित्सोटाकिस ने प्रधानमंत्री मोदी का हार्दिक स्‍वागत किया। दोनों नेताओं ने परस्‍पर संबंधों को और सुदृढ करने के उपायों पर चर्चा की।

ग्रीस की राष्‍ट्रपति कतेरीना सकेलारोपोलू ने प्रधानमंत्री मोदी को ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर से सम्‍मानित किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल म‍ीडिया पर कहा कि उन्‍होंने और ग्रीस की राष्‍ट्रपति ने विभिन्‍न मुद्दों पर बातचीत की है। इससे दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होंगे। उन्‍होंने कहा कि सतत विकास को बल देने के उपायों पर भी चर्चा की गई। ग्रीस की राष्‍ट्रपति ने चन्‍द्रयान-3 मिशन की सफलता पर भारत को बधाई दी।

ग्रीस की राष्‍ट्रपति के साथ बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चन्‍द्रयान-3 की सफलता केवल भारत की नहीं बल्कि संपूर्ण मानवता के लिए है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चन्‍द्रयान-3 मिशन से मिलने वाली जानकारी से संपूर्ण वैज्ञानिक जगत और मानवता को मदद मिलेगी।

एथेंस में सिंटेगमा स्‍क्‍वॉयर में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने विभिन्‍न युद्धों में शहीद हुए अज्ञात सैनिकों के लिए बने स्‍मारक पर आज पुष्‍पांजलि अर्पित की। उसके बाद उन्‍हें पारम्‍परिक सलामी गारद दिया गया। पिछले चालीस साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली ग्रीस यात्रा है।

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