बिहार में कोविड महामारी के बीच राज्य के विभिन्न डाकघरों में लगभग 65 लाख बचत बैंक खाते खोले गये। राज्य में 34 लाख खाताधारकों में आठ सौ 18 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। बिहारमंडल के मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल अनिल कुमार ने बताया कि इंडिया पोस्ट भुगतान बैंक के जरिए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण और धन के लेनदेन के मामले में बिहार देश में पहले नंबर पर है।
सबसे बड़ा काम हम यह किये है कि घर-घर जाकर लोगों का पैसा पहुंचाना, किसी भी बैंक में आपका पैसा हो आपके घर पर जाकर आपका अंगूठा का निशान लेकर आधार अनेबल टू पेयमेंट सिस्टम इसको कहते है ए.ए.पी.एस. के द्वारा 34 लाख ट्रांजेक्शन हमने किये। जिससे की इन्हें घर से बाहर न जाना पड़े लाइन में लगना न पड़े, भीड़ में न जाना पड़े, खासकर हमारे बुजुर्गो को, महिलाओं को, माताओं को, बहनों को।
अनिल कुमार ने बताया कि डाकघरों में पार्सल सेवा के जरिए लोगों को जीवन रक्षक औषधियों और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध करायी गई। उन्होंने कहा कि सचल डाकघरों ने संकटकाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उनको पार्सल पहुंचाना, उनको लाइफ सेविंग ड्रग्स जैसे कैंसर के हैं, बी.पी. के हैं, हर्ट के हैं, शुगर के हैं दवाओं को पहुंचाया जो उनको मार्केट से मिलना कठिन था।