पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के शान्तिनिकेतन को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित रविन्द्र नाथ टैगोर के पिता महाऋषि देबेन्द्रनाथ टैगोर ने 1901 में इसकी स्थापना की थी। यह प्राचीन भारतीय पंरपराओं पर आधारित एक आवासीय विद्यालय और कला केन्द्र है। शान्तिनिकेतन धार्मिक और सांस्कृतिक विरोधाभासो से परे मानवता की एकता का दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।
मानवता की एकता या विश्व भारती को मान्यता देते हुए 1921 में शान्तिनिकेतन में एक वैश्विक विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी।